अल-जवाहिरी के मारे जाने के बाद पूरा हुआ इंसाफ, अमेरिका ने कही ये बड़ी बात पढ़े ये खबर

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अफगानिस्तान में अमेरिकी हवाई हमले में अल कायदा के सरगना अल-जवाहिरी के मारे जाने के बाद अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जेड तरार ने कहा ,”राष्ट्रपति जो बाइडेन ने साफ तौर पर कहा है कि 20 साल बाद भी हम इंसाफ को ढ़ूंढ रहे थे जो अब पूरा हो चुका है. जरूरी बात ये है कि हमें 9/11 को कभी नहीं भूलना है. जिनकी जान गई थी उनके लिए इंसाफ देना था. वो मुकम्मल हो गया है.” जेड तरार ने बताया कि बाइडेन ने हमले का ऑर्डर देते हुए यह ध्यान रखने को कहा था कि किसी मासूम की जान ना जाए. उन्होंने कहा कि इसमें भी हम कामयाब रहे हैं.

अधिक जानकारी पूछने पर उन्होंने कहा, “हम बहुत डिटेल्स में नहीं जाते क्योंकि डिटेल्स में जाएंगे तो जो आपके दुश्मन हैं वो सबक ले लेंगे बाइडेन ने कहा कि हम अफ्गानिस्तान को आतंकवाद का अड्डा नहीं बनने देंगे हम सारी ताकत इस्तेमाल करेंगे.”

जेड तरार ने अमेरिका के दुश्मनों को चेतावनी देते हुए कहा, “तस्वीर देखें तो हम एक पैगाम देना चाहते हैं कि अगर आपने अमेरिका के खिलाफ हमला किया तो हम आपको ढूंढेंगे और इसके लिए हम तैयार हैं.”

क्या अल जवाहिरी की मौत से आतंकवाद ख़त्म हो जाएगा? इस सवाल के जवाब में जेड तरार ने कहा, “जहां तक अतंकवाद का सिससिला है वो खत्म नहीं होगा हमारे ऑपरेशन भी जारी हैं.”

बाइडेन ने यह जानकारी देते हुए खुफिया जगत के लोगों को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा “जितने भी लोग हैं इंटेलिजेंस में वो मेहनत से काम कर रहे हैं ताकि आतंकवाद का अड्डा बंद हो जाए.”

जेड तरार ने सावधान किया कि जो आतंकवाद का बड़ा खतरा आ रहा है खतरा है वो अफ्रीका से है. उन्होंने बताया कि अमेरिका लगातार उस पर काम कर रहा है. जरूरी बात ये हैं कि अलकायदा की केपेबिलिटी कम है. इसका मतलब ये नहीं हम रुक जाएं.

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है कि अफगानिस्तान को आतंक का अड्डा नहीं बनने देंगे. हम दूर से भी हमला कर सकते हैं. उसके लिए हम तैयार रहेंगे. वक्त आने पर ऑपरेशन को जारी रखेंगे.

जेड तरार ने कहा कि तालीबान से बातचीत जारी है. इसका मतलब ये नहीं कि अलकायदा को जाने नदेंगे. अफ्रिका में भी इन्होंने हमला किया.

चीन के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि चीन बिना वजह टेंशन को बढ़ा रहा है. वो विश्व के नुकसान में हैं. हम नहीं चाहते कि टेंशन बढ़े. ताइवान चीन का हिस्सा है. ये पहला विजिट नहीं है ताइवान में. इस बात पर चीन को टेंशन नहीं बढ़ाना चाहिए.

आगे उन्होंने कहा,”ये अफसोस की बात है कि चीन इस मौके पर टेंशन को बढ़ा रहा है. इस तरह के मौके पर चीन के तरफ से आक्रमक मौके देख रहे हैं. इससे दूसरे पक्ष गलती से टेंशन को बढ़ा सकते हैं. इससे चीजे हाथ से बाहर जा सकती हैं.
हम चाहते हैं टेंशन कम हो और चीन टेंशन ना बढ़ाए.

जहां तक हमारा रिश्ता चीन के साथ है. वो जरूरी है. हमें सोच समझ कर इस रिश्ते को संभालना है.
चीन की पूरे विश्व में भूमिका है. हमें अपने रिलेशन को मैनेज करना है.ताकि चीन के लोगों और अमेरिका के लोगों को फायदा हो.

भारत के बारे में जेड तरार ने कहा, “इंडिया एक जरूरी भूमिका है इंडो पैसेफिक में. बाइडन समझते हैं कि अमेरिका इंडिया का रिश्ता मजबूत है, और इसे आगे बढाना है. विश्व की सबसे बड़ी डेमोक्रेसी वाले देश के साथ हम हम काम कर रहे हैं.”