देश की बेटियों ने बढ़ाया भारत का मान, हॉकी में ब्रॉन्ज मेडल जीत रचा इतिहास

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नई दिल्ली. भारतीय महिला हॉकी टीम (India vs New Zealand) ने बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 (Commonwealth Games) में ब्रॉन्ज मेडल जीतकर इतिहास रच दिया. भारत ने ब्रॉन्ज मेडल मुकाबले में गत चैंपियन न्यूजीलैंड को शूटआउट में 2-1 पराजित किया. भारत का कॉमनवेल्थ गेम्स इतिहास में ओवरऑल यह तीसरा पदक है. इससे पहले भारत ने साल 2002 में गोल्ड जीता था जबकि साल 2006 में भारतीय टीम ने सिल्वर पर कब्जा जमाया था. भारत का मौजूदा कॉमनवेल्थ गेम्स में यह 41वां पदक है.

भारतीय टीम मैच के अंतिम लम्हों में 1-0 से आगे चल रही थी लेकिन आखिरी 30 सेकेंड से भी कम समय में उसने विरोधी टीम को पेनाल्टी कॉर्नर दे दिया. यह पेनाल्टी स्ट्रोक में बदला और ओलीविया मेरी ने न्यूजीलैंड को बराबरी दिला दी जिसके बाद मुकाबला शूट आउट में खिंच गया. भारत ने शूट आउट में धैर्य बरकरार रखते हुए जीत दर्ज की. विवादास्पद सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दिल तोड़ने वाली हार के बाद इस मुकाबले में खेल रही भारतीय टीम ने पूरे मैच के दौरान बेहतर प्रदर्शन किया और पदक अपने नाम किया. सलीमा टेटे के गोल की बदौलत भारत मध्यांतर तक 1-0 से आगे था.इससे पहले, भारतीय टीम को सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने शूटआउट में 3-0 से हराकर उसे गोल्ड मेडल के मुकाबले से बाहर कर दिया था. साल 2002 में भारत ने फाइनल में इंग्लैंड को हराकर चैंपियन बनी थी जबकि 2006 में टीम इंडिया को फाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने हराया था.

सविता पूनिया की कप्तानी वाली भारतीय टीम ग्रुप में चार में से तीन मैच जीतने में सफल रही थी. भारत ने घाना को 5-0 से जबकि वेल्स को 3-1 से पराजित किया था.