एक ही दिन में बिहार में दो बड़े हादसे, छपरा में जहरीली शराब ने ली 11 की जान

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छपरा.बिहार के पटना में दोपहर सिलेंडर ब्लास्ट के बाद ये दूसरी घटना है जिसमे सारण जिले के मकेर और भेल्दी में जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है और अब यह आंकड़ा 13 तक पहुंच गया है. हालांकि प्रशासन ने आधिकारिक तौर पर अभी तक 11 लोगों की मौत की ही पुष्टि की है. वहीं, 10 से अधिक लोग अभी भी अस्पताल में भर्ती हैं. शवों के पोस्टमार्टम के बाद लगभग 6 शवों को अंतिम संस्कार करने के लिए सारण जिला प्रशासन ने परिजनों के सुपुर्द कर दिया.

इन शव के गांव पहुंचते ही हाहाकार मच गया और परिजनों के रोने और चिल्लाने के करुण क्रंदन से पूरा माहौल गमगीन हो गया. गांव में जहां चारों तरफ चीख-पुकार मची हुई है वहां लोग एक दूसरे को सांत्वना देने में लगे हैं. अभी तक लगभग आधा 6 शव गांव पहुंचाए गए हैं और उनका अंतिम संस्कार भी कर दिया गया है.घटनास्थल मकेर प्रखंड के फुलवरिया पंचायत के नोनिया टोली गांव में बाकी बचे शवों के अंतिम संस्कार की तैयारी कर ली गई है.

छपरा में भी भगवान बाजार थाना के दौलतगंज मोहल्ले में शराब के नशे में तड़प रहे एक युवक को बरामद किया गया जिसे अस्पताल में भर्ती किया गया है. युवक की हालत चिंताजनक बताई जा रही है. इस बीच सारण एसपी संतोष कुमार ने बताया कि मकेर थानेदार नीरज कुमार मिश्रा को और चौकीदार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है; जबकि किशोरी चौधरी को मकेर का नया थानेदार बनाया गया है.

बता दें कि शराब कांड के बाद छापेमारी जारी है और 100 से अधिक लोग अब तक गिरफ्तार किए जा चुके हैं. भारी मात्रा में शराब बरामद भी बरामद की गई है. पिछले 12 महीने में छपरा में बात करें तो शराब के कारण 50 से अधिक मौतें हुई हैं. इनमें कई मौतें प्रशासन की नजर में नहीं हैं. छपरा के मकेर में शराब कांड की घटना के बाद शराबबंदी कानून को लेकर किए जा रहे नीतीश सरकार के दावे पर सवाल खड़े होने लगे हैं.