यशराज को लग सकता है लगातार चौथा झटका, फ्लॉप होने की कगार पर खड़ी है शमशेरा

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बॉलीवुड का सबसे बड़ा प्रोडक्शन हाउस कहलाने वाला यशराज फिल्म्स इस साल अपनी स्थापना के 50 बरस मना रहा है और विडंबना यह कि इसी समय वह अब तक के अपने संभवतः सबसे खराब दौर से गुजर रहा है. शुक्रवार को रिलीज हुई उसकी फिल्म शमशेरा 2022 में उसकी लगातार चौथी फ्लॉप फिल्म साबित हुई. पहले दिन 10 करोड़ से कुछ अधिक की बॉक्स ऑफिस ओपनिंग के बाद दूसरे दिन भी स्थिति नहीं सुधरी और शनिवार को लगभग पहले दिन जैसा ही कलेक्शन रहा. इससे साफ हो गया कि अब कोई चमत्कार नहीं हो रहा, जो फिल्म को फ्लॉप होने से बचा सके. चार साल बाद रणबीर कपूर का आना भी दर्शकों को टिकट खिड़की पर नहीं जुटा सका.

सुधार की गुंजायश नहीं बची

इस साल बंटी और बबली 2, सम्राट पृथ्वीराज, जयेश भाई जोरदार के बाद अब शमशेरा यशराज फिल्म्स के लिए घाटे का सौदा साबित हुई है. खास तौर पर सम्राट पृथ्वीराज और शमशेरा बड़े बजट की फिल्में थीं, जिनमें यशराज फिल्म्स ने अपनी लीक से हट कर चलते हुए इतिहास की दुनिया में प्रवेश किया था. फिल्मों का न चलना तो अलग बात है, लेकिन सबसे खास यह कि इन फिल्मों को दर्शकों ने पूरी तरह से खारिज कर दिया. ऐसी फिल्में बनाने के लिए निर्माता की आलोचना भी हुई. खास तौर फिल्म के कंटेंट की. बॉक्स ऑफिस के जानकार बता रहे हैं कि पहले दिन शमशेरा के 10.25 करोड़ के बाद दूसरे दिन के नंबर भी ऐसे ही रहे. रविवार और आने वाले दिनों में इनमें सुधार की गुंजायश नहीं बची है. ऐसे में शमशेरा का वीकेंड मात्र 30 से 33 करोड़ रहेगा और पहले हफ्ते का कलेक्शन 50 करोड़ रुपये के करीब बैठेगा. इसका लाइफ टाइम बिजनेस 60 करोड़ के अंदर ही रुकने का अनुमान है. जबकि फिल्म का बजट 150 करोड़ रुपये बताया गया है.

अब आगे क्या

शमशेरा के निर्माताओं के साथ यह फिल्म रणबीर कपूर के लिए भी बड़ा झटका है क्योंकि इसी सितंबर में उनकी एक और महत्वाकांक्षी फिल्म ब्रह्मास्त्र रिलीज होने को तैयार है. शमशेरा के ये नतीजे ब्रह्मास्त्र के निर्माता-निर्देशकों की नींद उड़ाने के लिए काफी है क्योंकि एक बार फिर साफ हो गया है कि दर्शक अब कमजोर कंटेंट देखने के लिए कतई तैयार नहीं हैं. सितारों का जादू भी नहीं चल रहा है. फिर चाहे जो हीरो हो, या फिल्म में कितने ही एक्शन और वीएफएक्स सीन क्यों न हों. अगर कहानी कमजोर है और फिल्म में एंटरनटेनमेंट नहीं है तो दर्शक सिनेमाघर की महंगी टिकटें खरीदने के लिए तैयार नहीं हैं.