पीएम बनते ही आर्थिक चुनौतियों से निपटेंगे ऋषि सुनक, आर्थिक चुनौतियों से निपटने के लिए कारगर नही मौजूदा रणनीति

Spread the love

ऋषि सुनक ने ब्रिटेन की सत्तारूढ़ कंजर्वेटिव पार्टी के चुनाव में जीत के लिए सप्ताहांत गहन अभियान की शुरुआत की. उन्होंने शनिवार को वादा किया कि अगर वह प्रधानमंत्री चुने जाते हैं तो पहले दिन से ही ब्रिटेन के सकंट से निपटने के लिए काम € शुरू कर देंगे. ब्रिटेन के 42 वर्षीय पूर्व चांसलर ने ‘द टाइम्स’ को दिए गए साक्षात्कार में कहा कि जो चल रहा है उसे चलने देने का रुख देश के सामने मौजूद गंभीर आर्थिक चुनौती से निपटने के लिए कारगर नहीं होगा.

उन्होंने कहा, ‘‘ सरकार के भीतर रहने की वजह से मेरा मानना है कि जो व्यवस्था चल रही है वह काम नहीं कर रही, जैसा की उसे करना चाहिए. मैं जिन चुनौतियों की बात कर रहा हूं वे कल्पना नहीं है….’’

सुनक ने कहा, ‘‘वे चुनौतियां हमारे सामने आ रही है और जैसा चल रहा, उसे चलने दें की मानसिकता उनसे मुकाबला नहीं कर सकती. इसलिए , कार्यालय में (प्रधानमंत्री के) दाखिल होने के पहले दिन से हम संकट से निपटने के प्रयास कर देंगे.’’

मार्गरेट थ्रैचर को बता रहे हैं अपना आदर्श
वर्ष 1980 के दौरान ब्रिटेन की प्रधानमंत्री रहीं मार्गरेट थैचर के गृह नगर पूर्वी इंग्लैंड के ग्रैंथम में होने वाली बहस से पहले कंजर्वेटिव पार्टी के दोनों नेता (प्रधानमंत्री पद के दावेदार) सुनक और उनकी प्रतिद्वंद्वी लिज ट्रस अपने पारंपरिक मतदाताओं को पक्ष में करने के लिए थैचर को अपना आदर्श बता रहे हैं.

ब्रिटेन के साउथम्पटन में जन्मे भारतीय मूल के सुनक ने रेखांकित किया कि कैसे उनके परिवार के फार्मेसी कारोबार को कंजर्वेटिव मूल्यों ने दिशा दी.

सुनक ने कहा कि महंगाई को राष्ट्रीय आपात स्थिति की तरह निपटने के साथ वह धन के बेहतर मूल्य को लेकर ध्यान केंद्रित करेंगे, करदाताओं से प्राप्त धन, उनसे वित्तपोषित राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एनएचएस) पर जोर देंगे.