उत्तराखंड: बारिश के आगे बेबस जिंदगी! 87 घरों और दुकानों में घुसा मलबा और पानी, तबाही का मंजर

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नैनीताल जनपद के हल्द्वानी में लगातार बारिश से हल्द्वानी से लेकर हल्दूचौड़ तक कई कॉलोनियों में जलभराव हो गया। मोतीनगर से लेकर जयपुर बीसा तक सिंचाई नहर का पानी लोगों के घरों में घुस गया। शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में 87 घरों में पानी घुसने की सूचना आई। उधर हिमालया कॉलोनी छड़ायल सुयाल में घुटनों तक पानी भर गया। 10 घरों में पानी घुसने से लोगों का सामान भी खराब हो गया। दमुवाढूंगा क्षेत्र में रकसिया नाले में दो बाइक सवार बहते-बहते बचे। उनकी बाइक नाले में बह गई। पानी रुकने के बाद लागों की मदद से बाइक निकाली गई।

नगर निगम की टीम हिमालयन कॉलोनी में पानी निकालने के लिए मोटर लेकर पहुंची लेकिन भारी जलभराव के कारण मोटर चलाने के बाद भी पानी कम नहीं हुआ। नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मनोज कांडपाल ने बताया कि खेतों का पानी कॉलोनी में आ रहा है। निकासी के लिए कॉलोनी में कोई नाली नहीं है। उधर शनिबाजार क्षेत्र में 20 घरों में, प्रेमपुर लोश्ज्ञानी में रकसिया नाले के कारण 20 घरों में, कालाढूंगी और तिकोनिया में दो दुकानों में, आंवला चौकी में 20 घरों में, मोतीनगर स्थित दुर्गाभगवानपुर में 15 घरों में नालों का पानी घुसने से लोगों की दिक्कतें बढ़ गईं। मोतीनगर, जयपुर बीसा, मोटाहल्दू के ग्रामीणों का आरोप है कि जब से जिला प्रशासन ने वॉकवे मॉल के पास देवखड़ी नाले का पानी सिंचाई नहर में डाला तब से उनके घरों में पानी घुस रहा है। रविवार को जब एसडीएम पारितोष वर्मा दुर्गा भगवानपुर पहुंचे तो ग्राम प्रधान सीमा पाठक ने देवखड़ी नाले का पानी सिंचाई नहरों में नहीं डालने की मांग की। उधर कांग्रेस प्रवक्ता ने शनिवार देर रात मोतीनगर क्षेत्र का जायजा लिया। उन्होंने भी प्रशासन से देवखड़ी नाले को गौला नदी में डायवर्ट करने की मांग की। पर्वतीय क्षेत्रों में हो रही बारिश से गौला नदी का जलस्तर इस सीजन में पहली बार 26810 क्यूसेक पहुंच गया। गौला नदी का जलस्तर बढ़ने पर सिंचाई विभाग ने एकाएक बैराज के गेट खोल दिए। उधर बैराज के गेट खोलने पर सिटी मजिस्ट्रेट एपी वाजपेयी, एसडीएम पारितोष वर्मा, तहसीलदार सचिन कुमार और पुलिस ने गौला नदी के तट पर मुनादी कराई। उन्होंने लोगों से नदी में न जाने और किनारे रहने वाले लोगों को अलर्ट किया।

गौलापार को जाने वाली नहर इसी साल बनकर तैयार हुई है। काठगोदाम हनुमान मंदिर के पास यहां दोबारा भूस्खलन होना शुरू हो गया है। इससे सिंचाई नहर को खतरा पैदा हो गया है। बता दें कि इसी नहर से गौलापार में सिंचाई का पानी पहुंचता है। बारिश के कारण सड़कों पर बुरा असर पड़ा है। एनएचएआई की ओर से मोतीनगर, मोटाहल्दू क्षेत्र में बनाए गए फोरलेन की पटरी (फुटपाथ) की मिट्टी कई जगह से बह गई। उधर काठगोदाम गौला पुल और कलसिया नाले के पुल पर कई जगह गड्ढे हो गए। नैनीताल रोड, कालाढूंगी रोड में कई जगह गड्ढें हो गए हैं। गौला नदी का जलस्तर बढ़ने और बैराज के गेट खोलने के कारण लोग गौला पुल पर खड़े होकर फोटो खींचने लगे। इस कारण पुलिस ने सुरक्षा की दृष्टि से लोगों को पुल से हटा दिया। पुलिस दिनभर मौके पर तैनात रही। नगर निगम की जेसीबी और ट्रैक्टर-ट्राली सिटी फॉरेस्ट से कूड़ा हटाने गई थी। कूड़ा हटाने के दौरान मिट्टी दलदली होने से जेसीबी और ट्रैक्टर-ट्राली वहीं फंस गए। सफाई निरीक्षक अमोल असवाल ने बताया कि रविवार देर शाम तक वाहन नहीं निकल सके। कहा कि सोमवार को दोनों को क्रेन की मदद से निकाला जाएगा। हल्द्वानी-रामनगर हाईवे की पुलिया टूटने से पुलिस ने सुरक्षा की दृष्टि से सड़क को बंद कर रूट डायवर्जन कर दिया है। अगर आप इस सड़क से रामनगर या हल्द्वानी आना चाह रहे हैं तो घर से रूट देखकर ही निकलें। लोनिवि ने पुलिया बनाने का कार्य शुरू कर दिया है। बारिश की वजह से दिक्कत आ रही है।