नैनीताल। नैनीताल के डीएसबी कॉलेज के पत्रकारिता विभाग में चल रही वर्क शॉप में पहुंचे आरजे पंकज ने अपनी जर्नी को शेयर किया और बताया कि किस तरह उन्होंने रेडियो आकाशवाणी से शुरुआत की। फिर रेड एफएम, फीवर एफएम और अब अपने खुद के सोशल मीडिया अकाउंट से वो शहरो नही बल्कि गांव गांव से जुड़े है। बता दें कि नैनीताल हल्द्वानी के बीच ज्योलीकोट के छोटे से चोपड़ा गांव के रहने वाले पंकज जीना शहरों में भी गांव को जिंदा रखते है और ये लाइंस भी उन्ही की लिखी हुई है। पंकज जीना अब आरजे पंकज के नाम से जाने जाते हैं। उनकी पोस्ट में अक्सर पहाड़ो की बात होती है। पहाड़ की खूबसूरती और किस्से बताने के साथ वह यहां के दर्द को भी बयां करते हैं। पंकज की सक्सेस के पीछे उनकी कड़ी मेहनत और कुछ कर गुजरने का जज़्बा था जो आज उनके फोलोल्वर्स मिलियंस में है। इसी मेहनत और जज्बे को पंकज ने आज वर्क शॉप में आए स्टूडेंट्स के साथ शेयर किया। उनके साथ देहरादून की आरजे आकृति थापा ने भी एफएम से लेकर पॉकेट रेडियो को लेकर दिलचस्प जानकारी दी।
Anil Kumar
Editor