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नयी दिल्ली – भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा 14 फरवरी को प्रक्षेपित किये गए ईओएस-04 उपग्रह के साथ डीआरडीओ द्वारा निर्मित ‘मोनोलिथिक माइक्रोवेव इंटीग्रेटेड सर्किट’ भी अंतरिक्ष में गए हैं। रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि इन सर्किट का इस्तेमाल उपग्रह के राडार इमेजिंग मॉड्यूल में किया गया। बयान में कहा गया, “स्वदेश में डिजाइन और विकसित किये गए एमएमआईसी (मोनोलिथिक माइक्रोवेव इंटीग्रेटेड सर्किट) का इस्तेमाल आत्मनिर्भर भारत की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है।”
ईओएस-04 उपग्रह को वन, कृषि, हाइड्रोलॉजी, मृदा आर्द्रता और बाढ़ की मैपिंग के लिए उच्च गुणवत्तापूर्ण तस्वीरें भेजेने के उद्देश्य से बनाया गया है।
बताया की विभिन्न अंतरिक्ष अभियानों के लिए GAETEC फाउंड्री में 30,000 से अधिक मॉड्यूल तैयार किए गए हैं। यह उद्योग भागीदारों के समर्थन के साथ भारत सरकार के दो उन्नत प्रौद्योगिकी विभागों के बीच सहयोगात्मक उपलब्धि का एक उदाहरण है। स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित एमएमआईसी का उपयोग आत्मानिभर भारत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।