नई दिल्ली। बिलकिस बानो केस के तीन दोषियों ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। तीनों दोषियों ने जेल अधिकारियों के सामने आत्मसमर्पण करने के लिए समय बढ़ाने की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट का रूख किया है। दोषियों के वकील द्वारा तत्काल सुनवाई के लिए उनकी याचिका का उल्लेख करने के बाद सुप्रीम कोर्ट उनकी याचिका को सूचीबद्ध करने पर सहमत हुआ, क्योंकि आत्मसमर्पण करने का समय 21 जनवरी को समाप्त हो रहा है। 11 दोषियों में से तीन ने शीर्ष अदालत में आवेदन दाखिल कर सरेंडर की अवधि बढ़ाने की मांग की है। कोर्ट से गोविंद नाई ने 4 सप्ताह, जबकि मितेश भट्ट और रमेश चांदना ने 6 सप्ताह की मोहलत मांगी है। इन दोषियों ने व्यक्तिगत कारणों का हवाला दिया है। गुजरात के हाई प्रोफाइल बिलकिस बानो केस में सुप्रीम कोर्ट ने 8 जनवरी 2024 को महत्वपूर्ण फैसला सुनाया था। जस्टिस बीवी नागरत्ना की बेंच ने बिलकिस बानो केस में 11 दोषियों को बरी करने के गुजरात सरकार के फैसले को रद्द कर दिया था। इतना ही नहीं सुप्रीम ने अपने फैसले में दोषियों को दो हफ्ते में आत्मसमर्पण करने के लिए कहा था।
Anil Kumar
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