नई दिल्ली– राष्ट्रपति के सुरक्षा बेड़े में शामिल घोड़ा विराट आज सेवानिवृत हो गया। बुधवार को राजपथ पर संपन्न हुए 73वें गणतंत्र दिवस समारोह के बाद राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने अपने अंगरक्षक बेड़े में शामिल विराट को रिटायर कर दिया। विराट पिछले 19 सालों से राष्ट्रपति की रक्षा कर रहा है। और अपनी योग्यता और सेवाओं के लिए विराट चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ कमांडेशन कार्ड से भी सम्मानित हो चुका है। इस मौके पर राष्ट्रपति कोविंद, पीएम मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने उन्हें विदाई दी।
19 वर्षों से लगातार अपनी सेवा कर दे रहा है विराट विराट ने 19 सालों में अब तक 13 बार गणतंत्र दिवस परेड में भाग लिया हैं। बीती 15 जनवरी को असाधारण सेवा और क्षमताओं के लिए विराट को थल सेनाध्यक्ष प्रशस्ति पदक दिया गया, और इस पदक को प्राप्त करने वाला विराट पहला घोड़ा था। हनोवेरियन नस्ल के इस घोड़े विराट 2003 में अंगरक्षक परिवार में शामिल हुआ था। यह घोड़ा बेहद ही अनुशासित है। जिसे 2003 में हेमपुर के रिमाउंट ट्रेनिंग स्कूल एंड डिपो से तीन साल की उम्र में यहां लाया गया था।
हजारों में चुना गया था विराट राष्ट्रपति के अंगरक्षक भारतीय सेना में सबसे विशिष्ट रेजिमेंट हैं, जिन्हें हजारों की संख्या में विरासत के आधार पर चुना जाता है। 200 मजबूत घुड़सवार इकाई सदियों से ब्रिटिश वायसराय से लेकर अब राष्ट्रपति को सौंपी जाती है।