जाको राखे साइयाँ, मार सके न कोय’, अर्थात् जिसके साथ ईश्वर होता है उसका कोई बाल भी बाँका नहीं कर सकता है। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले में एक ऐसा ही ‘चमत्कार’ देखने को मिला है। यहाँ एक बेजुबान बंदर को भगवान हनुमान की मूर्ति ने बचा लिया।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह मामला गाजियाबाद जिले में मुरादनगर गंगनहर का है। शनिवार (30 अक्टूबर 2022) शाम को गंगनहर में एक बंदर अचानक गिर गया। पानी के तेज बहाव के चलते वह काफी दूर तक निकल गया। इस दौरान उसने अपनी जान बचाने की लाख कोशिश की, लेकिन नहर के किनारे पर नहीं जा सका। इसी बीच गंगनहर के बीच में स्थापित हनुमान जी की मूर्ति बंदर के लिए सहारा बन गई। बंदर इस मूर्ति के पास बैठ गया। बताया जा रहा है कि रात भर बंदर हनुमान जी की प्रतिमा से लिपटकर बैठा रहा। रविवार (31 अक्टूबर, 2022) सुबह होने पर यह दृश्य कुछ पुलिसकर्मियों ने देखा। इसके बाद स्थानीय लोगों की मदद से बंदर की जान बचाई गई।
#Ghaziabad
शनिवार शाम पानी के तेज बहाव से गंगनहर मुरादनगर में एक बंदर गिर गया था,अपनी जान बचाने के लिए वह गंगनहर के बीच स्थापित हनुमान जी की प्रतिमा का सहारा लेकर रात भर बंदर प्रतिमा से लिपट कर बैठा रहा,सुबह@ghaziabadpolice ने रेस्क्यू कर बन्दर की जान बचाई #Viral @sachingupta787 pic.twitter.com/nDbiGsoLKN— Sunil Gautam journalist 🇮🇳 (@Iamsunilgautam_) October 31, 2022
मंदिर के महंत मुकेश गोस्वामी ने बताया कि गंगनहर में डूब रहे बंदर का हनुमान जी सहारा बने। यह दृश्य वास्तव में देखने लायक था। उन्होंने कहा कि सर्दी ज्यादा लगने से बंदर की तबीयत बिगड़ गई थी। लेकिन, इलाज के बाद अब वह पूरी तरह से ठीक हो गया है। सोशल मीडिया पर हनुमान जी की मूर्ति से चिपके हुए बंदर का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। कोई इसे आस्था, तो कोई चमत्कार बता रहा है। वहीं, मुरादनगर पुलिस स्टेशन के SO सतीश कुमार ने बताया कि बंदर कैसे गंगनहर में गिरा, इसका पता नहीं चला। लेकिन लोगों ने रविवार सुबह उसको गंगनहर के बीच पिलर पर स्थापित हनुमान मूर्ति को पकड़कर बैठे हुए देखा। बंदर ठंड के कारण काँप रहा था। थाने के हेड कांस्टेबल प्रमोद कुमार मोटरबोट लेकर पिलर तक गए और बंदर को सुरक्षित रेस्क्यू किया।