नई दिल्ली। देश के बाकी हिस्सों के साथ उत्तर पूर्वी क्षेत्र की हवाई संपर्क को और बढ़ावा देने के लिए, नागरिक उड्डयन मंत्रालय (MoCA) ने हवाई संपर्क को बढ़ावा देने के लिए “पूर्वोत्तर क्षेत्र (NER) में हवाई संपर्क और विमानन बुनियादी ढांचा प्रदान करना” योजना को मंजूरी दी है। इस योजना के एक भाग के रूप में, 12 अप्रैल 2022 को दो महत्वपूर्ण विकास होंगे – भारत में निर्मित एचएएल डोर्नियर डीओ-228 की पहली उड़ान असम के डिब्रूगढ़ से अरुणाचल प्रदेश के पासीघाट तक। अलायंस एयर नागरिक संचालन के लिए भारत में निर्मित विमान उड़ाने वाली भारत की पहली वाणिज्यिक एयरलाइन होगी। असम के लीलाबाड़ी में पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिए पहले एफटीओ (उड़ान प्रशिक्षण संगठन) का उद्घाटन भी होगा।
जिसको लेकर नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य एम सिंधिया ने कहा की पूर्वोत्तर क्षेत्र का विकास (एनईआर) न केवल सामरिक महत्व का है, बल्कि भारत की विकास गाथा का भी हिस्सा है। एनईआर में कनेक्टिविटी बहुत जरूरी है और “उड़े देश का आम नागरिक (उड़ान)” के तहत, क्षेत्रीय संपर्क योजना (आरसीएस), नागरिक उड्डयन मंत्रालय (एमओसीए) ने एनईआर को प्राथमिकता वाले क्षेत्र के रूप में पहचाना है। इससे एनईआर के लिए इंटर और इंट्रा कनेक्टिविटी बढ़ाने में मदद मिली है। इस संबंध में, नए हवाई अड्डों का विकास हो रहा है और पुराने हवाई अड्डों को उन्नत किया जा रहा है। पहाड़ी इलाकों को ध्यान में रखते हुए, उड़ान योजना के तहत हेलीकॉप्टर संचालन को कनेक्टिविटी के लिए फोकस किया गया है।
दोनों कार्यक्रमों में नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य एम सिंधिया, असम और अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्रियों हिमंत बिस्वा सरमा और पेमा खांडू की उपस्थिति में होंगे। उनके अलावा, नागरिक उड्डयन मंत्रालय के सचिव, राजीव बंसल, उषा पाधी और अंबर दुबे, नागरिक उड्डयन मंत्रालय के संयुक्त सचिव और असम और अरुणाचल प्रदेश की राज्य सरकारों, एलायंस एयर के अन्य गणमान्य व्यक्ति भी मौजूद रहेंगे।