प्रधानमंत्री मोदी ने 600 मेगावाट क्षमता वाले कामेंग जल विद्युत स्टेशन को भी राष्ट्र को किया समर्पित

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ईटानगर: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज यानी शनिवार को अरुणाचल प्रदेश के पहले ‘ग्रीनफील्ड’ हवाई अड्डे ‘डोनी पोलो’ का उद्घाटन किया. प्रधानमंत्री मोदी ने 600 मेगावाट क्षमता वाले कामेंग जल विद्युत स्टेशन को भी राष्ट्र को समर्पित किया. इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि मैं जब भी अरुणाचल आता हूं, एक नई उमंग, ऊर्जा और नया उत्साह लेकर जाता हूं. अरुणाचल के लोगों के चेहरे पर कभी भी उदासीनता और निराशा नहीं झलकती है, अनुशासन क्या होता है? ये यहां हर व्यक्ति और घर में नजर आता है. तो चलिए जानते हैं पीएम मोदी के संबोधन की खास बातें.

PM Modi Speech HighLights:

–हमारा प्रयास है कि सीमा से सटे गांवों को वाइब्रेंट बॉर्डर विलेज का दर्जा देकर उन्हें सशक्त बनाया जाए. अब सीमा से सटे हर गांव से संभावनाओं के नए द्वार खुलेंगे, वहीं से समृद्धि की शुरुआत होगी.

-देश ने 2014 के बाद हर गांव तक बिजली पहुंचाने का अभियान शुरू किया था. इस अभियान का बहुत बड़ा लाभ अरुणाचल प्रदेश के गावों को भी हुआ. यहां ऐसे अनेकों गांव थे, जहां आजादी के बाद पहली बार बिजली पहुंची.

-अब कल्चर हो या एग्रीकल्चर, कॉमर्स हो या कनेक्टिविटी, पूर्वोत्तर को आखिरी नहीं, बल्कि सर्वोच्च प्राथमिकता मिलती है.

-दूर-सुदूर सीमा पर बसे गावों को पहले आखिरी गांव माना जाता था, लेकिन हमारी सरकार ने इन्हें आखिरी गांव, आखिरी छोर नहीं, बल्कि देश का प्रथम गांव मानकर काम किया.

–फरवरी 2019 में इस एयरपोर्ट का शिलान्यास हुआ था और ये सौभाग्य मुझे मिला था. हम ऐसा वर्क कल्चर लाए हैं, जिसका शिलान्यास हम करते हैं, उसका उद्घाटन भी हम करते हैं. अटकाना, लटकाना और भटकाना वह समय चला गया.

-आज देश में जो सरकार है, उसकी प्राथमिकता देश का विकास है. देश के लोंगों का विकास है. साल में 365 दिन, 24 घंटे हम देख के विकास के लिए काम करते हैं.

कितने रुपए हुए खर्च
बताया जा रहा है कि ‘डोनी पोलो’ हवाई अड्डे को भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण द्वारा 645 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से विकसित किया गया है. इसमें आठ ‘चेक-इन काउंटर’ होंगे और व्यस्त समय के दौरान 200 यात्रियों को जरूरी सेवाएं उपलब्ध कराई जा सकती है. इस एयरपोर्ट से अन्य राज्यों में पढ़ने वाले छात्रों और यात्रियों को काफी फायदा होगा.

अरुणाचल को मिला पहला एयरपोर्ट
देश के पूर्वोत्तर राज्य अरुणाचल प्रदेश में कोई हवाई अड्डा नहीं है. निकटतम सुविधा असम के उत्तरी लखीमपुर जिले में 80 किलोमीटर दूर लीलाबाड़ी हवाई अड्डे पर है. अधिकारियों ने बताया कि 4,100 वर्ग मीटर क्षेत्र में फैले डोनी पोलो हवाई अड्डा यात्रियों के लिए सभी आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा. उन्होंने बताया कि इसमें 2,300 मीटर लंबा रनवे होगा जो बोइंग 747 की ‘लैंडिंग’ और ‘टेक-ऑफ’ के लिए उपयुक्त होगा.

इंडिगो एयरलाइंस 28 नवंबर से हवाई अड्डे से वाणिज्यिक उड़ानों की शुरुआत करेगी. इस हवाई अड्डे का नाम राज्य की परंपराओं और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के प्रतीक सूर्य (डोनी) और चंद्रमा (पोलो) के प्रति लोगों की श्रद्धा को दर्शाता है. हवाईअड्डा निवेशकों और चिकित्सा आपात स्थितियों में सुलभ यात्रा की सुविधा प्रदान करेगा.