नई दिल्ली। बजट से पहले पेट्रोल और डीजल की कीमतों में राहत मिल सकती है। इसके संकेत पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने रविवार को दिए। हरदीप पुरी ने पेट्रोलियम कंपनियों से कहा कि अब अगर उनको घाटा न हो रहा हो, तो वे पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतें कम कर जनता को फायदा दें। हरदीप पुरी ने कहा कि कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट आई है। ऐसे में पेट्रोलियम कंपनियां आम लोगों को राहत दे सकती हैं। पिछले साल अप्रैल से ही पेट्रोल और डीजल की कीमतों को पेट्रोलियम कंपनियों ने स्थिर रखा है।
I request the oil companies that If the international oil prices are in control & under-recovery of their companies have stopped then reduce the oil prices in India also: Hardeep Singh Puri, Petroleum Minister pic.twitter.com/ILyIHcPg4a
— ANI (@ANI) January 22, 2023
पेट्रोलियम मंत्री हरदीप पुरी ने ये भी कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी हुई, लेकिन हमने तेल की कीमतों को ज्यादा बढ़ने नहीं दिया। केंद्र ने नवंबर 2021 और मई 2022 में एक्साइज ड्यूटी को घटा दिया था, लेकिन कुछ राज्य सरकारों ने वैट कम नहीं किया। इन राज्यों में अब भी पेट्रोल और डीजल की कीमत काफी ज्यादा है। दरअसल, कच्चे तेल की कीमत 130 डॉलर प्रति बैरल से ज्यादा हो गई थी। इससे पेट्रोलियम कंपनियों को काफी घाटा हो रहा था। अब कच्चा तेल 80 डॉलर प्रति बैरल की कीमत से कम बिक रहा है। इससे पेट्रोलियम कंपनियों को पेट्रोल पर 10 रुपए प्रति लीटर फायदा हो रहा है। हालांकि, डीजल की बिक्री पर कंपनियों को हर लीटर 6.50 रुपए का घाटा अब भी हो रहा है।
पेट्रोलियम मंत्री ने भले ही तेल कंपनियों को पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कमी करने के लिए कहा, लेकिन तुरंत इस पर कदम उठता नहीं दिख रहा। दरअसल, पेट्रोलियम कंपनियां अपना पुराना घाटा पाट रही हैं। इसी वजह से कच्चा तेल सस्ता होने के बाद भी उन्होंने अप्रैल 2022 से लागू कीमतों को बनाए रखा है। माना जा रहा है कि पेट्रोलियम मंत्री के बयान के बाद 1 फरवरी को बजट आने से पहले पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कुछ कमी की जा सकती है।