केंद्र सरकार के अध्यादेश के खिलाफ दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल विपक्ष को एकजुट करने की कोशिश में जुटे हुए हैं। इसी बीच, जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने आम आदमी पार्टी (एएपी) के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल का समर्थन किया और अध्यादेश को लेकर चिंता जताई। उमर अब्दुल्ला ने कहा, “मैं बार-बार इन लोगों को याद दिलाता हूं कि ये लोग जब जरूरत पड़ती है, तब हमारे दरवाजे खटखटाते हैं, लेकिन 2019 में जब आर्टिकल 370 हटाया गया तो ये लोग (केजरीवाल) कहां थे।”
उमर अब्दुल्ला ने आगे कहा, “लोकतंत्र की हत्या के समय ये (केजरीवाल) लोग चुप रहे। हमारा पूरा समर्थन तो सिर्फ तृणमूल कांग्रेस, ड्राविडिया मुनेत्रा काग़जी फेडरेशन और वामपंथी पार्टियों ने ही दिया है। इनके अलावा हमारा समर्थन किसी ने नहीं दिया है।”
#WATCH | Rajouri, J&K: Where was Arvind Kejriwal when Article 370 was scrapped? He supported the govt that time and today he is asking for support from other parties: NC Leader & former J&K CM Omar Abdullah on Delhi CM Arvind Kejriwal pic.twitter.com/B6oNlA7zV4
— ANI (@ANI) June 10, 2023
अध्यादेश को लेकर आपके राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता शरद पवार और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे समेत कई नेताओं से मुलाकात की है।
इससे पहले भी केजरीवाल ने कश्मीर संबंधी मुद्दे पर अपनी चिंता व्यक्त की थी और उन्होंने कहा था कि अगर अध्यादेश के माध्यम से जम्मू-कश्मीर के नागरिकों की पहचान और अधिकारों को कम किया जाता है तो इसका पूरा देश पर असर पड़ेगा। उन्होंने कहा कि यह न्याय का मुद्दा है और उन्हें इसे लेकर चिंता हो रही है। अब जब जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी केजरीवाल का समर्थन किया है, तो इससे केजरीवाल को विपक्षी दलों में अधिक समर्थन मिलेगा।