आखिर जून में हीं क्यों मनाया जाता है ‘प्राइड मंथ’, भारत के इन शहरों में होती है ‘प्राइड परेड’

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समलैंगिक विवाह देश भर में विवाद का विषय बना हुआ है। आजकल पूरे देश में समलैंगिक विवाह को क़ानूनी मान्यता देने को लेकर बहस छिड़ी हुई है। इस बीच एलजीबीटी कम्युनिटी समूचे विश्व में प्राइड मंथ मना रहा है। आपको बता दें कि, लेस्बियन, गे, बाइसेक्सुअल, ट्रांसजेंडर, क्वीर आदि अपनी ओर्जिनल आइडेंटिटी को स्वीकार करते हुए जून के महीने को प्राइड मंथ के रूप में सेलिब्रेट करते हैं। अब आपके मन में ये सवाल आ रहा होगा कि आखिर जून के माह को ही प्राइड मंथ के रूप में क्यों मनाते हैं? तो चलिए आज हम आपको अपने इस आर्टिक्ल में बताते हैं कि प्राइड मंथ मनाने के लिए जून महीने को ही क्यों चुना गया?

हर साल जून महीने को प्राइड मंथ के रूप में सेलिब्रेट किया जाता है। दरअसल, साल 1969 में स्टोनविल दंगों में मारे गए लोगों को सम्मान देने के लिए, उनलोगों को याद करते हुए प्राइड मंथ मनाया जाता है। एक वक़्त ऐसा था जब पूरे विश्व भर में सैमलैंगिक रिश्तों पर रोक थी। तब 1970 के दशक में संयुक्त राज्य अमेरिका में समलैंगिक अधिकारों की मांग को लेकर जगह-जगह कई प्रदर्शन किये गए। एलजीबीटी कम्युनिटी के सदस्यों ने एकजुट होकर अपनी आवाज बुलंद की और अपने अधिकारों के लिए मुखर होकर आवाज उठाई थी।

दरअसल, 28 जून, 1969 को न्यूयॉर्क शहर में हुई एक घटना ने प्राइड मंथ की नींव डाली। 1969 में ग्रीनविच विलेज में स्थित स्टोनविल नामक एक क्लब में अमेरिकी पुलिस द्वारा छापेमारी की गई। जहां पर कई समलैंगिक लोग मौजूद थे। उस समय अमेरिका में समलैंगिक संबंध मान्य नहीं थे। इस घटना के बाद कई लोग सड़कों पर उतर आए और लगभग एक हफ्ते तक प्रदर्शन किया। इनलोगों की मांग थी कि एलजीबीटी समुदाय के लोगों को भी समाज में प्रतिष्ठित जगह दी जाए ताकि वो लोग भी बिना डरे अपने अनुसार अपना जीवन जी सकें। आपको बता दे कि अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने साल 1999 और 2000 में जून को प्राइड मंथ के तौर पर मान्यता दी थी। वो ऐसा करने वाले अमेरिका के पहले राष्ट्रपति थे।

अगर भारत की बात करें तो, भारत में भी धारा 377 हटने के बाद से एलजीबीटी समुदाय के लोग अपनी बात निडर और मुखर होकर रखने लगे हैं। भारत में भी एलजीबीटी कम्युनिटी की ओर से प्राइड परेड का आयोजन किया जाता है, ताकि आसपास के समलैंगिक लोग इस परेड में हिस्सा ले सकें और अपनी बात पूरी मुखरता से रख सकें। भारत में दिल्ली, चंडीगढ़, जयपुर, लखनऊ, कोलकाता, मनाली आदि शहरों में प्राइड परेड का आयोजन किया जाता है। आपको बता दें कि राजस्थान के जोधपुर में इस बार पहली बार प्राइड परेड का आयोजन किया जाएगा।