साल 1981 में अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन को गोली मारने के आरोप में जॉन हिंक्ले नाम के शख्स को दोषी करार दिया गया था. बुधवार को अमेरिकी कोर्ट ने दोषी जॉन हिंक्ले को निगरानी से मुक्त कर दिया है.
जानकारी के मुताबिक, जॉन हिंक्ले पर कई सालों से निगरानी रखी जा रही थी. उन्हें मेंटल हेल्थ एक्सपर्ट्स की निगरानी में रखा जा रहा था. लेकिन अब हिंक्ले को आधिकारिक रूप से दशकों तक कानून और मनोरोग पेशवरों की निगरानी में रखने की प्रक्रिया समाप्त हो गई है.
हिंक्ले ने निगरानी से मुक्त होने के कुछ देर बाद ही ट्वीट किया, ‘कुल 41 साल, दो महीने और 15 दिनों के बाद अब जाकर आजादी मिली.’ हिंक्ले पर से सभी पाबंदियों को हटाने की उम्मीद बीते साल सितंबर से ही की जा रही थी.
अमेरिका के वाशिंगटन में डिस्ट्रिक्ट जज पॉल एल फ्रेडमैन ने कहा कि हिंक्ले 15 जून से मुक्त होगा, अगर उसकी मानसिक स्थिति वर्जीनिया के समुदाय के साथ रहने के दौरान स्थिर रहती है. वह साल 2016 से ही वर्जीनिया में रह रहा है.
बता दें कि 30 मार्च 1981 को राष्ट्रपति रीगन वाशिंगटन डीसी में एक कार्यक्रम के बाद कड़ी सुरक्षा के बीच अपनी कार में बैठने जा रहे थे. तभी वहां हिंक्ले पहुंच गया और उसने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. उसने कुल छह गोलियां चलाई थी. इनमें से पांच गोली रीगन को नहीं लगी. एक आखिरी गोली उनकी बुलेटप्रूफ कार के शीशे से टकराने के बाद उनके सीने में लगी थी. इस घटना के बाद रीगन को हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां कुछ दिनों के इलाज के बाद रीगन स्वस्थ्य हो गए थे. लेकिन 5 जून 2004 को उनका निधन हुआ था.