मुंबई : टीम इंडिया के विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत पिछले साल रोड एक्सीडेंट में घायल हो गए थे. पंत अपनी मर्सिडीज कार से रुड़की जा रहे थे तभी उनके साथ ये हादसा हुआ था. हादसे के बाद ऋषभ पंत का पहले देहरादून के मैक्स हॉस्पिटल में इलाज हुआ था. फिर उन्हें मुंबई के कोकिलाबेन हॉस्पिटल में शिफ्ट कर दिया गया था. अब ऋषभ पंत ने एक्सीडेंट के बाद पहली बार सोशल मीडिया पोस्ट किया है. पंत ने बताया है कि उनकी सर्जरी सफल रही है और आगे की चुनौतियों के लिए तैयार हैं. पंत ने इस मुश्किल समय में साथ देने के लिए बीसीसीआई, फैन्स, सरकारी अथॉरिटी को भी धन्यवाद दिया. पंत मैदान पर भी जल्द वापसी करना चाहते हैं.
ऋषभ पंत ने लिखा, ‘मैं समर्थन और शुभकामनाओं के लिए काफी विनम्र महसूस कर रहा हूं और सबका आभारी हूं. मुझे आपको यह बताते हुए खुशी हो रही है कि मेरी सर्जरी सफल रही. रिकवरी का रास्ता शुरू हो गया है और मैं आगे की चुनौतियों के लिए तैयार हूं. बीसीसीआई, जयशाह और सरकारी अथॉरिटी को धन्यवाद.’
From the bottom of my heart, I also would like to thank all my fans, teammates, doctors and the physios for your kind words and encouragement. Looking forward to see you all on the field. #grateful #blessed
— Rishabh Pant (@RishabhPant17) January 16, 2023
पंत ने आगे लिखा, ‘अपने दिल की गहराई से मैं अपने सभी प्रशंसकों, टीममेट्स, डॉक्टरों और फिजियो को भी उनके दयालु शब्दों और प्रोत्साहन के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं. आप सभी को मैदान पर देखने के लिए उत्सुक हूं.’
ऋषभ पंत की कोकिलाबेन हॉस्पिटल में लिगामेंट रीकंस्ट्रक्शन सर्जरी हुई थी. अब अगले छह सप्ताह के अंदर ऋषभ पंत की एक और सर्जरी होने की उम्मीद है. ऐसे में इस विकेटकीपर बल्लेबाज के आईपीएल और एशिया कप के साथ ही अक्टूबर-नवंबर में होने वाले वनडे विश्व कप में भी बाहर रहने की संभावना है.
कार हादसे के बाद पंत के मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी का एमआरआई मैक्स हॉस्पिटल में हुआ था. लेकिन सूजन और दर्द के कारणउनके घुटने और टखने की एमआरआई नहीं हो पाई थी. ऐसा प्रतीत होता है कि पंत को टखने और घुटने दोनों की सर्जरी की आवश्यकता होगी. घुटने के लिगामेंट की सर्जरी से उबरने में आमतौर पर 6-8 महीने लगते हैं.
ऋषभ पंत का हादसे में बच जाना किसी चमत्कार से कम नहीं था. उनकी कार डिवाइडर से टकरा गई थी जिसके बाद उसमें आग लग गई. पंत किसी तरह कार से बाहर निकलने में सफल रहे थे. हरियाणा रोडवेज के बस ड्राइवर सुशील ने उनकी काफी मंदद की थी. बाद में बस ड्राइवर और कंडक्टर को उत्तराखंड सरकार ने पुरस्कृत भी किया था.