नई दिल्ली. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा दिल्ली में महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ पार्टी के विरोध के दौरान नई दिल्ली में ’24 अकबर रोड’ स्थित कांग्रेस कांग्रेस मुख्यालय (एआईसीसी) के पास लगाए गए पुलिस बैरिकेड के ऊपर से कूद गईं. वे यहां शुक्रवार को प्रधानमंत्री आवास के घेराव के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहुंची थीं, जहां से उन्हें हिरासत में ले लिया गया. कांग्रेस ने महंगाई, बेरोजगारी और कई खाद्य वस्तुओं को जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) के दायरे में लाए जाने के खिलाफ प्रदर्शन किया, जिसके बाद पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा समेत कई नेताओं को हिरासत में ले लिया गया. पार्टी के प्रदर्शन में शामिल हुए नेताओं ने काले रंग के कपड़े पहन रखे थे.
राहुल गांधी की अगुवाई में कांग्रेस सांसदों ने संसद भवन से राष्ट्रपति भवन के लिए मार्च निकाला. हालांकि, पुलिस ने उन्हें बीच में ही रोक दिया और हिरासत में ले लिया. कांग्रेस ने महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ शुक्रवार को राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन की घोषणा की थी. इसके तहत कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) के सदस्यों एवं पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की प्रधानमंत्री आवास का ‘घेराव करने’ की योजना थी. पार्टी के कई नेता और कार्यकर्ता इसी के लिए कांग्रेस मुख्यालय में जमा हुए थे.
#WATCH Congress leader Priyanka Gandhi Vadra jumps over a police barricade placed near AICC during party protest against price rise & unemployment in Delhi
She was later detained by police during the Congress protest pic.twitter.com/s7lqYqsnEh
— ANI (@ANI) August 5, 2022
काले रंग की सलवार-कमीज ओर दुपट्टा पहने प्रियंका पार्टी मुख्यालय के सामने पुलिस द्वारा लगाए गए अवरोधक को लांघकर दूसरी तरफ पहुंचीं और सड़क पर धरने पर बैठ गईं. कुछ देर बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया. इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
संसद भवन से पार्टी सांसदों का मार्च शुरू होने से पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी भी इसमें थोड़ी देर के लिए शामिल हुईं. हिरासत में लिए जाने से पहले राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि देश में लोकतंत्र की हत्या की जा रही है. दिल्ली पुलिस ने नई दिल्ली जिले में निषेधाज्ञा लागू होने का हवाला देते हुए शुक्रवार को राष्ट्रीय राजधानी में कांग्रेस को प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी थी.