नई दिल्ली। अफगानिस्तान में आए भूकंप से अबतक एक हजार से अधिक लोगों की मौत हो गई। अपनों को खोजने के लिए लोग खुद मिट्टी के ढेर को हटा रहे हैं। इस बीच तालिबान सरकार ने यूएन समेत दुनियाभर के देशों से मदद की गुहार लगाई है। बता दें कि 6.1 की तीव्रता से आए भूकंप में सैकड़ों मकान तबाह हो गए हैं, वहीं हजारों की संख्या में लोग घायल हो गए।
एक रिपोर्ट के मुताबिक बीते दिन आए भूकंप ने घनी आबादी वाले अफगानिस्तान के कई इलाकों और पाकिस्तान के कुछ हिस्सों को हिलाकर रख दिया। भूकंप दक्षिण पूर्वी अफगानिस्तान के खोस्त शहर से लगभग 44 किमी दूर आया। इसका केंद्र धरती में 51 किमी की गहराई पर था। भूकंप के आने के बाद हर तरफ मौत दिखने लगी। आलम ये है कि 24 घंटे बीत जाने के बाद भी ये पता नहीं लग पा रहा कि कहां ज्यादा नुकसान हुआ। लोग अपनों को मलबे में तलाश रहे हैं।
तालिबान सरकार ने 1000 से अधिक लोगों के मौत की पुष्टि की है। मौतों का आंकड़ा अभी और भी बढ़ सकता है, क्योंकि मलबा पूरी तरह से हटा नहीं है। भूकंप से 100 से ज्यादा घर तबाह हो गए। भूकंप के झटके इतने तेज थे कि इससे मिट्टी ही नहीं, बल्कि कंक्रीट से बने घर भी ताश के पत्तों की तरह ढह गए। इस भूकंप का दायरा करीब 200 किलोमीटर के इलाके में फैला हुआ था।बचाव कार्य में हेलीकॉप्टरों को लगाया गया है। लेकिन राहत कार्य को चलाने में काफी परेशानी आ रही है।
Anil Kumar
Editor