अपने दामाद धर्मेंद्र पर अंधा विश्वास करती थीं हेमा मालिनी की मां

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नई दिल्ली। हेमा मालिनी ने धर्मेंद्र से 1980 में शादी रचाई थी। दोनों के दो बच्चे हैं। धर्मेंद्र की दोनों पत्नियों के मुताबिक वह एक बहुत अच्छे पिता हैं। वहीं हेमा मालिनी की मां जो अब इस दुनिया में नहीं हैं, के लिए सनी देओल के पिता एक बेहतरीन दामाद थे। 24 जनवरी 2004 को हेमा मालिनी की मां इस दुनिया को अलविदा कह गईं। जया अपने अंतिम दिनों तक हेमा मालिनी के साथ ही उनके घर पर रहीं। अपने पीछे वह एक डायरी छोड़ गई हैं जिसमें उन्होंने कई बातें लिखी हैं। इसमें जया ने अपने दामाद धर्मेंद्र के बारे में भी काफी कुछ लिखा है। जया चक्रवर्ती के लिए धर्मेंद्र एक बेहतरीन दामाद थे।

उनके मुताबिक हेमा मालिनी औऱ उनकी दोनों बेटियों ईशा और आहना पर सबसे ज्यादा प्रभाव धर्मेंद्र का ही है। हेमा मालिनी की मां कहती थीं कि उन्हें जब भी लगता कि उनकी नातिन कुछ गलत कर रही हैं या फिर हेमा अपने लाड़-प्यार से बच्चियों को बिगाड़ रही हैं तो मैं धर्मेंद्र से हस्तक्षेप के लिए कहती। मेरे दामाद के पास मेरी हर समस्या का हल होता।  हेमा मालिनी की मां ने अपनी डायरी में एक दिन लिखा था- ईशा दिनभर शूटिंग में बिजी रहती है। छोटी बेटी आहना को भी हेमा पढ़ने के लिए विदेश भेज रही थीं। मुझे नहीं लगता कि आहना अभी इतनी बड़ी हुई है कि वह विदेश में अकेले रहकर पढ़ाई करे। जया चक्रवर्ती ने आगे लिखा था कि मुझे आहना की सुरक्षा को लेकर काफी चिंता हो रही थी लेकिन हेमा मालिनी मेरी बात नहीं सुन रही थीं। तब मैंने अपनी परेशानी दामाद धर्मेंद्र बताई। धर्मेंद्र ने मुझसे कहा कि आहना की सुरक्षा की जिम्मेदारी मैं लेता हूं। आप बिल्कुल चिंता ना करें। दामाद की ये बातेे सुन मैं आश्वस्त हुई। जया कहती हैं कि धर्मेंद्र मुझे जब भी कोई वचन देते उसे किसी भी हाल में जरूर पूरा करते।