अगर विश्वयुद्ध छिड़ जाए तो दुनिया की कौन सी जगह होगी सबसे महफूज, जानिए एक क्लिक में

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दुनिया में जिस तरह के अभी हालात हैं उससे ऐसा लगता है कि तीसरे विश्व युद्ध होने कोई बहुत मुश्किल कम नहीं है। रूस यूक्रेन युद्ध, उत्तर कोरिया की हरकतें, कई बार हमें सोचने पर मजबूर कर देती हैं कि हम कहीं विश्वयुद्ध की ओर तो नहीं जा रहे हैं। ऐसे में अगर तीसरा विश्व युद्ध छिड़ जाता है तो कुछ जगहें हैं जो दुनिया में सबसे सुरक्षित कही जा सकती हैं। 

रूस यूक्रेन युद्ध ने दुनिया को 8 महीने से भी ज्यादा समय से दुनिया को विश्व युद्ध की कगार पर खड़ा रखा हुआ है। दुनिया के कई देशों की अर्थव्यवस्था युद्ध के समय के हालात वाली अर्थव्यवस्था के जैसी होने लगी है। ऐसा में लोगों को मन में यह उठना के विश्वयुद्ध के दौरान कौन से देश सबसे सुरक्षित होंगे, स्वाभाविक ही है। 2021 में हुई ग्लेबल पीस इंडेक्स के अध्ययन के मुताबिक दुनिया में भूरणनीतिक और भौगोलिक मानदंडों के आधार पर सूची तैयार की गई है जिसमें से कुछ देश तीसरे विश्व युद्ध के शुरु होने पर सुरक्षित देश हो सकते हैं।

ग्लोबल पीस इंडेक्स की रैंकिंग के मुताबिक, आइसलैंड ऐसा देश है जिसके तीसरे विश्वयुद्ध में सबसे शांत रहने की उम्मीद है। इसकी खास बात यह है कि ये यूरोपीय देश होने के कारण भी यह एक फेवरेट डेस्टिनेशन होने की संभावना है। इसकी भौगोलिक स्थिति इसे खास बनाते हैं। यह यूरोप के उत्तर से दूर अंटलांटिक महासागर के बीच में स्थित है। वैसे तो यह नाटो का सदस्य है, लेकिन इसकी खुद की सेना नहीं है।

न्यूजीलैंड भी दुनिया के अलग-अलग थलग है इसलिए यहां युद्ध की आंच पहुंचने की संभावना बहुत कम है। ग्लोबल पीस इंडेक्स के मुताबिक यह तीसरे विश्व युद्ध के दौरान सबसे सुरक्षित देश हो सकता है। यह दुनिया का दूसरा सबसे शांतिपूर्ण देश माना जाता है। इसकी भौगोलिक स्थिति रूस और अमेरिका से दूर होने की वजह से यह एक पसंदीदा जगह बन जाती है।

Third World War के होने की स्थिति में डेनमार्क भले ही बहुत ज्यादा सुरक्षित ना माना जा सके, लेकिन ग्रीनलैंड की इलाका जो इसी देश के कब्जे में ही है, बहुत सुरक्षित हो सकता है। जहां डेनमार्क के साथ एक समस्या यह भी है कि वह तटस्थ ना होकर नाटो का सदस्य है। फिर ग्रीन लैंड दुनिया में चल रहे विनाश से खुद को दूर रखने वाला क्षेत्र साबित होगा इसमें कम ही लोगों को संदेह होगा।

आयरलैंड इंग्लैंड के पास स्थित देश है। यहां का प्राकृतिक वातावरण बहुत ही शांत हैं। इसकी सबसे खास बात यही है कि यह नाटो का सदस्य देश भी नहीं है। लेकिन नाटो का सबसे अहम सदस्य और अमेरिका का सबसे बड़ा सहयोगी ब्रिटेन से लगा हुआ है। यानि अगर तीसरा विश्व युद्ध हुआ तो परमाणु बमों या जैविक हथियारों की आंच इस देश तक पहुंच सकती है। लेकिन बहुत दूर की संभावना है क्यों खुद ब्रिटेन तुलनात्मक रूप से कम सुरक्षित नहीं है।

कनाडा की भौगोलिक स्थिति उसे एक विशेष देश बनाती हैं। यहां पर कई यूरोपीय भाषाई लोग रहते हैं। अमेरिका का पड़ोसी होने के बाद भी यह विशाल देश अमेरिका पर होने वाले युद्ध के प्रभावों से दूर ही रहेगा जबकि खुद अमेरिका चारों तरफ से सुरक्षित देश है। इसके अलावा कनाडा की छवि भी एक शांतिप्रिय देश की है इसीलिए ग्लोबल पीस इंडेक्स में यह शीर्ष दस देशों में से एक है।

ऑस्ट्रेलिया की भौगोलिक स्थिति भी ऐसी है जहां तीसरे विश्व युद्ध की आंच ज्यादा नहीं पहुचने की ही उम्मीद है। इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया में जाना और वहां रहना विदेशों को बहुत पसंद आता है। यह दुनिया की महाशक्तियों से काफी दूर है। इसके अलावा वह किसी सैन्य गुट विशेष का सदस्य तो नहीं है, लेकिन वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काफी सक्रिय देश है। नाटो का सदस्य ना होने के बाद भी वह कई बार नाटो का सहयोगी रह चुका है।