सावधान: प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम पर चला ठगी का खेल! फ्लैट दिलाने के नाम पर मांगे जा रहे हैं 20-20 हजार रुपए

Spread the love

प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम पर आवेदकों का सत्यापन करने के लिए शहर में ठग घूम रहे हैं। खुद को केंद्र सरकार की ओर से भेजी गई टीम का सदस्य बताकर फ्लैट दिलाने के नाम पर 20-20 हजार मांगे जा रहे हैं। ऐसे एक ठग की पोल नगर निगम में खुल गई, जिसे पकड़ने का प्रयास किया गया तो वह फरार होने में कामयाब रहा। अब इस मामले में नगर निगम की ओर से आरोपित के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराने की तैयारी है।

इन दिनों नगर निगम और एमडीडीए की संयुक्त टीम आवेदकों की पात्रता जांचने को सत्यापन किया जा रहा है। इसी का फायदा कुछ ठग भी उठा रहे हैं। निरंजनपुर क्षेत्र में ब्रह्मपुरी निवासी सुनील कुमार की प्रधानमंत्री आवास योजना की लाटरी में नाम आया था। कुछ दिन पूर्व सुनील कुमार नगर निगम गए और सत्यापन को लेकर जानकारी उपलब्ध कराई। शाम को उन्हें एक अज्ञात नंबर से फोन आया, जिसने खुद को केंद्र सरकार की ओर से भेजी गई टीम का सदस्य बताया और सुनील को फ्लैट दिलाने की बात कही, जिसकी एवज में आरोपित ने 20 हजार रुपये की मांग की। कहा कि 10 हजार रुपये पहले अदा करने होंगे और 10 हजार फ्लैट मिलने के बाद। सुनील कुमार ने इसकी जानकारी क्षेत्रीय पार्षद सतीश कश्यप को दी। जिस पर पार्षद ने नगर निगम कार्मिक रमेश चौहान से फोन पर वार्ता की गई। जिस पर निगम कार्मिक ने उन्हें ऐसे व्यक्ति के विरुद्ध पुलिस को शिकायत देने को कहा। पार्षद ने उन्हें निगम की ओर से पुलिस में मुकदमा कराने की बात कही। मंगलवार सुबह सुनील कुमार अपने परिवार के साथ नगर निगम पहुंचे तो उन्हें फोन पर पैसे मांगने वाला व्यक्ति भी मिल गया। नगर निगम कार्मिकों ने उक्त व्यक्ति को पहचानने से इंकार किया गया तो आरोपित ने खुद को एमडीडीए की टीम में शामिल बताया। इस पर नगर निगम की ओर से एमडीडीए के कर्मचारियों से इसकी जानकारी लेने पर पता चला कि उक्त व्यक्ति फर्जी है। निगम कार्मिकों ने घटना की जानकारी नगर आयुक्त मनुज गोयल को दी, जिस पर उन्होंने आरोपित को पकड़कर पुलिस के हवाले करने और मुकदमा दर्ज कराने को कहा। निगम कार्मिक जब तक आरोपित को पकड़ते वह परिसर से फरार हो गया। पार्षद सतीश कश्यप ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत गरीबों को घर दिलाने के नाम पर कुछ दलाल और ठग सक्रिय हैं। इस पर कड़ी कार्रवाई की जाए।