नई दिल्ली, एएनआई: भारत सरकार ने देश की 18 फार्मा कंपनियों के लाइसेंस रद्द कर दिए हैं। सरकार द्वारा यह कार्रवाई नकली दवाएं बनाने के आरोपों के बाद की गई है। हाल ही में भारतीय औषधि महानियंत्रक (DCGI) ने 20 राज्यों की 76 कंपनियों का निरीक्षण किया गया था। जिसके बाद सरकार द्वारा लाइसेंस रद्द करने की यह कार्रवाई की गई है।
नकली दवाएं बनाने वाले पर कार्रवाई
समाचार एजेंसी एएनआई द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक केंद्र सरकार देशभर में नकली दवाएं बनाने वाली फार्मा कंपनियों के खिलाफ बड़े स्तर पर कार्रवाई कर रही है। हाल ही में भारतीय औषधि महानियंत्रक (DCGI) ने 20 राज्यों की 76 दवा निर्माता कंपनियों का निरीक्षण किया था। जिसके बाद 18 कंपनियों में नकली दवाएं बनाए जाने की बात सामने आई थी। सरकार ने संबंधित कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उनके लाइसेंस रद्द कर दिए हैं।
Action on 70 companies in Himachal Pradesh and 45 in Uttarakhand and 23 in Madhya Pradesh during
govt crackdown on companies manufacturing spurious medicines: Official sources— ANI (@ANI) March 28, 2023
18 कंपनियों के लाइसेंस रद्द
जानकारी के मुताबिक एक विशेष अभियान के तहत भारतीय औषधि महानियंत्रक ने कुल 203 फार्मा कंपनियां की पहचान की है। इनमें से अधिकांश कंपनियां हिमाचल प्रदेश (70), उत्तराखंड (45) और मध्य प्रदेश (23) की हैं। हाल ही में भारतीय दवा निर्माता कंपनियों द्वारा निर्मित दवाओं की गुणवत्ता पर सवाल उठे हैं। फरवरी में, तमिलनाडु स्थित ग्लोबल फार्मा हेल्थकेयर कंपनी ने अपनी दवा की पूरी खेप को वापस बुला लिया था। इससे पहले, पिछले साल गाम्बिया और उज्बेकिस्तान में बच्चों की मौत से कथित तौर पर भारत निर्मित कफ सिरप का कनेक्शन सामने आया था।