उत्तराखंड में मतदाताओं की संख्या 83 लाख 36 हजार 780 पहुंच गई है। इस बार 99,922 मतदाता बढ़े हैं। जिसमें 18 से 19 आयु वर्ग के 129062 मतदाता हैं। जो पहली बार मतदान करेंगे। मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. वी षणमुगम ने अंतिम मतदाता सूची जारी करते हुए कहा, राज्य में 11729 मतदान केंद्र बनाए गए हैं।
प्रदेश में सबसे अधिक देहरादून जिले में 15 लाख 30 हजार 939 मतदाता हैं। जबकि रुद्रप्रयाग जिले में सबसे कम एक लाख 94342 मतदाता हैं। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा, मतदाता बनने की प्रक्रिया चलती रहेगी। जो छूट गए हैं वे मतदाता बनने के लिए बीएलओ, एसडीएम, डीएम कार्यालय या ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। ट्रांसजेंडर को बैठकों के माध्यम से मतदाता बनने के लिए जागरूक किया जाता है। उनको भी आगे आना चाहिए। प्रदेश में 80 साल से अधिक आयु वर्ग के 154259 मतदाता हैं। जबकि 70 से 79 आयु वर्ग के 414114, 60 से 69 आयुवर्ग के 750563, 50 से 59 आयुवर्ग के 1186686, 40 से 49 आयु वर्ग के 1704523, 30 से 39 आयु वर्ग के 2244926, 20 से 29 आयु वर्ग के 1659290 मतदाता हैं। प्रदेश में 100 साल से अधिक आयुवर्ग में महिलाओं की संख्या पुरुष मतदाताओं से अधिक है। सौ साल से अधिक के 1411 मतदाताओं में 853 महिलाएं और 558 पुरुष हैं। जबकि दिव्यांग मतदाताओं की संख्या 69974 है। प्रदेश के तीन जिलों रुद्रप्रयाग, बागेश्वर और चंपावत में एक भी ट्रांसजेंडर मतदाता नहीं है। सबसे अधिक 138 ट्रांसजेंडर मतदाता हरिद्वार जिले में हैं। जबकि उत्तरकाशी में दो, चमोली में चार, टिहरी में तीन, देहरादून में 77, पौड़ी में 9, पिथौरागढ़ में दो, अल्मोड़ा में पांच, नैनीताल में आठ एवं ऊधमसिंह नगर में 38 ट्रांसजेंडर मतदाता हैं। प्रदेश में रुद्रप्रयाग एकमात्र ऐसा जिला है जहां महिला मतदाताओं की संख्या पुरुषों से अधिक है। रुद्रप्रयाग जिले में 194342 मतदाताओं में से 97767 महिला और 96575 पुरुष मतदाता हैं। जबकि अन्य जिलों में महिलाओं से पुरुष मतदाताओं की संख्या अधिक है।