उत्तराखंड में चारधाम यात्रा मार्ग पर अवैध रूप से खड़े होने वाले वाहनों के खिलाफ आज से अभियान चलेगा। साथ ही उन होटल और रेस्टोरेंट मालिकों पर कार्रवाई होगी जो अपने कर्मचारियों व ग्राहकों को पार्किंग की सुविधा नहीं दे रहे हैं। इससे सड़क किनारे अवैध पार्किंग को बढ़ावा मिल रहा है। मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने ऐसे वाहनों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ऋषिकेश में रॉफ्टिंग व कैंपिंग स्थलों के पास ही पर्यटकों के वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था होनी चाहिए।
बता दें कि यात्रा सीजन के दौरान ऋषिकेश, लक्ष्मणझूला, मुनिकी रेती, तपोवन और श्रीनगर में ट्रैफिक की बेहद गंभीर समस्या रहती है। इसे ध्यान में रखते हुए मुख्य सचिव ने पुलिस महानिदेशक, कमिश्नर गढ़वाल और देहरादून, टिहरी और पौड़ी के जिलाधिकारियों और पुलिस कप्तानों के ट्रैफिक मैनेजमेंट की कार्य योजना के बारे में जानकारी ली। उन्होंने जिलाधिकारियों को दीर्घ अवधि के प्रस्ताव शासन को जल्द भेजने के निर्देश दिए। साथ ही लघु अवधि के सुधारात्मक कदम तत्काल उठाने को भी कहा। उन्होंने ऋषिकेश में सड़क किनारे खड़े वाहनों की अवैध पार्किंग की समस्या व उससे होने वाले ट्रैफिक जाम के संबंध में भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि इसके समाधान के लिए निजी भूमि में भी पार्किंग की व्यवस्था बनाने के प्रयास हों। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सड़कों पर वाहन खड़े करने की प्रवृत्ति को किसी भी स्थिति में बर्दाश्त न किया जाए। इसके खिलाफ सख्त व कार्रवाई हो। साथ ही सड़कों पर अतिक्रमण के खिलाफ भी अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने विभिन्न स्थलों पर ट्रैफिक जाम की समस्या से निपटने के लिए नीलकंठ सहित विभिन्न संकरी सड़कों के चौड़ीकरण के प्रस्ताव तत्काल शासन को भेजने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रियों की सुविधा के दृष्टिगत ट्रैफिक मैनेजमेंट को यात्रा से पहले ही दुरुस्त करना अति आवश्यक हैं। उन्होंने जिलाधिकारियों को चारधाम यात्रा मार्ग के वैकल्पिक मार्गों के प्रस्तावों पर भी कार्य करने के निर्देश दिए हैं।