केदारनाथ धाम के हेली टिकट को लेकर फैला है साइबर फ्रॉड का जाल

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केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ ही उत्तराखंड की चारधाम यात्रा 2024 शुरू हो चुकी है। यात्रा पर जाने के दो रास्ते हैं। एक तो पैदल मार्ग है। दूसरा हवाई मार्ग। हेली सेवा का आलम ये है कि अभी तक सारे टिकट बुक हो चुके हैं। ऐसे में साइबर ठग चारधाम यात्रियों को अपने जाल में फंसाने के लिए सक्रिय हो चुके हैं। हम आपको बताएंगे कि आप कैसे चारधाम यात्रा हेली टिकट के नाम पर साइबर ठगों के जाल में फंसने से बच सकते हैं।

उत्तराखंड चारधाम यात्रा आज से शुरू हो गई है। बाबा केदारनाथ धाम के कपाट आज सुबह पूरे विधि विधान के साथ श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए हैं। कपाट खुलने के साथ ही हेली सेवाओं का संचालन भी शुरू हो जाएगा। जिसके टिकट मई से जून और सितंबर से अक्टूबर तक के लिए पहले ही फुल हो चुके हैं। टिकट फुल होने का फायदा साइबर ठग उठा रहे हैं। केदारनाथ धाम के लिए हेली सेवा का टिकट ना मिलने ने चलते साइबर ठग, यात्रियों की मजबूरी का फायदा उठाकर ठगने का काम कर रहे हैं। साइबर ठग, ठगी करने के लिए तमाम फर्जी वेबसाइट बनाकर लोगों को शिकार बना रहे हैं। आखिर किस तरह से यात्रियों को ठग बना रहे हैं शिकार, कैसे इस ठगी से बचा जा सकता है हम आपको बताते हैं। बाबा केदार का दर्शन करने के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु हर साल यात्रा करते हैं। लेकिन बाबा केदारनाथ धाम की कठिन चढ़ाई होने के चलते हर साल हजारों श्रद्धालु हेली सेवाओं का इस्तेमाल करते हैं। इसके लिए उकाडा की ओर से केदारनाथ धाम तक हेली सेवाओं का संचालन किया जाता है। इसी क्रम में इस साल भी केदारनाथ धाम के लिए हेली सेवाओं का संचालन आज 10 मई को केदारनाथ मंदिर के कपाट खुलने के साथ शुरू हो गया है। हर साल की तरह साल भी 9 हेली ऑपरेटर्स के जरिए हेली सेवाएं संचालित होंगी। खास बात यह है कि केदारनाथ धाम के लिए हेली सेवा की बुकिंग शुरू होते ही जून तक सभी टिकट बुक हो चुके हैं।

चूंकि सारे टिकट बुक हो चुके हैं तो इसके चलते साइबर ठग पूरी तरह से सक्रिय हो गए हैं। टिकट बुकिंग की ऑफिशल वेबसाइट की तरह ही फर्जी वेबसाइट तैयार कर ठग, लोगों को ठगने का काम कर रहे हैं. जिसके चलते उकाडा के साथ ही साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन भी सक्रिय होकर कार्रवाई कर रहा है। लेकिन आलम यह है कि जैसे ही साइबर क्राइम कंट्रोल विभाग एक फर्जी वेबसाइट बंद करवाता है उसके बाद दूसरी फर्जी वेबसाइट तैयार हो जाती है। कुल मिलाकर हेली सेवाओं से संबंधित साइबर ठगी को कंट्रोल करना साइबर पुलिस स्टेशन के लिए एक बड़ी चुनौती बना हुआ है। साइबर पुलिस दिमाग लड़ा रही है कि किस तरह से हेली टिकट बुकिंग की फर्जी वेबसाइट पर लगाम लगायी जाए। इसके अलावा कई बार लोग टिकट तो ले लेते हैं लेकिन उनको जानकारी नहीं होती है कि टिकट सही है या फर्जी है। जिसके चलते उनको कई बार दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इसके चलते पहली बार आईआरसीटीसी की हेली टिकट बुकिंग वेबसाइट पर टिकट चेक करने की सुविधा भी दी गई है जिसके जरिए यात्री अपने टिकट को चेक कर सकते है कि उनका टिकट सही है या फिर फर्जी है। इसके लिए यात्री को आईआरसीटीसी की ऑफिशल वेबसाइट https://heliyatra.irctc.co.in को ओपन करना होगा। इसके बाद वेबसाइट के राइट साइड में ऊपर की तरफ बॉक्स में बनी तीन लकीर पर क्लिक करना होगा। जिसके बाद वेरिफाई योर बुकिंग ऑप्शन को चुनना होगा। फिर अपनी बुकिंग आईडी को डालकर अपने टिकट को वेरिफाई कर सकेंगे।