कलियर दरगाह साबिर पाक के सालाना उर्स में हर साल पंजाब के बटाला शहर से सांई बाबा मिस्सी शाह के नेतृत्त्व में उनके अनुयायियों का का जत्था कलियर पहुंचता है।
साबिर पाक का 756 वां सालाना उर्स सकुशल सम्पन्न हो गया है। पंजाब के अक़ीदमंद जायरीनों के जत्थे ने दरगाह परिसर और बाजारों की साफ सफाई की। साथ ही पूरे दरगाह परिसर को पानी से धोया। पंजाब के इस जत्थे के जज्बे को लोग सलाम करते दिखे। कलियर दरगाह साबिर पाक के सालाना उर्स में हर साल पंजाब के बटाला शहर से सांई बाबा मिस्सी शाह के नेतृत्त्व में उनके अनुयायियों का का जत्था कलियर पहुंचता है। जत्था यहां सालाना उर्स में खिदमत करता है। साथ ही उर्स में रोजाना लंगर चलाते हैं। उर्स के संपन्न् होने के बाद तक यहां दिन रात साफ सफाई में जुटा रहता है। यंहा पहुंचने वाले हर अकीदतमंदों की जुबान पर उनकी सेवा का जिक्र होता रहा है। उर्स में साफ सफाई का यह सिलसिला पिछले करीब 38 सालों से लगातार चला आ रहा है। बुधवार को भी पंजाब से आए जत्थे ने सांई बाबा मिस्सी शाह के नेतृत्व में पूरे दरगाह परिसर में फर्श ,जालियों ,सिदरियों और बाजारों की पानी से साफ सफाई की। उसके बाद नालियो को धोया। सांई बाबा मिस्सी शाह ने बताया कि वह हर साल साबिर पाक के उर्स में सेवा करने के लिए आते है। सेवा से बढ़कर कोई महजब नही हैं। मजहब का काम दूरियां बढ़ाना नही बल्कि सेवा भाव से एक दूसरे को नजदीक लाना है।