उत्तराखंड में आज बारिश से थोड़ा राहत मिलने की उम्मीद है। कुमाऊं के 3 जिलों में हालांकि आज भी बारिश होगी, लेकिन ये बारिश पिछले एक हफ्ते जैसी धुआंधार नहीं होगी, ऐसा मौसम विभाग का अनुमान है। मौसम विभाग ने तीन जिलों में येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। उधर रामनगर में कोसी नदी का जलस्तर बहुत बढ़ गया है। सिंचाई विभाग ने कोसी के तट वाले मैदानी इलाकों को अलर्ट कर दिया है।
उत्तराखंड के 3 जिलों में आज भी बारिश का अलर्ट जारी है। मौसम विभाग के अनुसार कई जिलों के लोगों से सावधान रहने को कहा है। यहां भारी बारिश के साथ ही तेज आवाज में बादल गर्जेंगे और बिजली चमकेगी। पुलिस भी लगातार लोगों को सावधान कर रही है। उत्तराखंड में मौसम विभाग ने हालांकि आज मंगलवार को भी बारिश का अनुमान लगाया है, लेकिन ऐसा लगता है कि आज उतनी भारी बारिश नहीं होगी, जितनी पिछले कुछ दिनों से हो रही थी। यानी लोगों के लिए आज का दिन राहत भरा हो सकता है। ये सही है कि मौसम विभाग ने कुमाऊं मंडल के 3 जिलों में बारिश को लेकर ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने नैनीताल जिले के लिए येले अलर्ट जारी किया है। पिछले कई दिन से इस जिले के लिए रेड अलर्ट जारी हो रहा था और यहां भारी बारिश हो रही थी. भारी बारिश के कारण स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र बंद थे। आज भी यहां स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र बंद ही हैं। चंपावत और ऊधमसिंह नगर जिलों में बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इन जिलों में भी पहली से लेकर 12वीं तक के स्कूल बंद रहेंगे।
कुमाऊं मंडल में अल्मोड़ा, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिलों में आज मौसम सामान्य रहने का अनुमान है। जब 29 जून को उत्तराखंड में मानसून की एंट्री हुई थी तो तब से लगातार भारी बारिश हो रही थी। नदियां और नाले उफान पर थे। राज्य में कई पुल गिर गए। ज्यादातर सड़कें और संपर्क मार्ग बंद हो गए थे। अब उम्मीद है कि बारिश कम होने पर जन जीवन सामान्य हो जाएगा। चार दिनों से हो रही लगातार बारिश के बाद कोसी नदी उफान पर है। लगातार कोसी नदी का जलस्तर बढ़कर इस वर्ष अभी तक के सबसे अधिकतम जलस्तर पहुंच चुका है। इसे देखते हुए मैदानी क्षेत्रों में सिंचाई विभाग द्वारा अलर्ट जारी किया गया है। नैनीताल जिले के रामनगर में अन्य नदी नाले भी उफान पर हैं। बरसाती नालों में कई बाइक सवार जान जोखिम में डालकर वाहन पार करते वक्त गिर रहे हैं। लगातार हो रही बारिश के चलते नैनीताल जिले के हल्द्वानी, रामनगर, कालाढूंगी, लालकुआं, कोटाबाग आदि क्षेत्र में जन जीवन अस्तव्यस्त है। नदी नाले उफान पर आ गए हैं। अल्मोड़ा से बहने वाली कोसी नदी की बात करें तो रामनगर पहुंचते पहुंचते इसका जलस्तर काफी बढ़ गया है। कोसी बैराज में जलस्तर 8000 क्यूसेक तक पहुंच गया है। इस वर्ष कोसी बैराज का सबसे कम जलस्तर 40 क्यूसेक तक रहा था। कोसी नदी का लगातार जलस्तर बढ़ने के बाद सिंचाई विभाग द्वारा मैदानी क्षेत्रों में अलर्ट दे दिया गया है। मैदानी क्षेत्र की बात करें तो रामपुर, तड़ियाल, मुरादाबाद, शाहजहांपुर आदि क्षेत्रों में फोन व वायरलेस से सूचना दे दी गयी है।