उत्तराखंड की बेशकीमती जमीन पर यूपी के भगौड़े भू-माफियाओं ने लांच किया प्लाटिंग के नाम पर लूट का खेल! योगी सरकार ने किया ब्लैकलिस्टेड, तो धामी राज में उसी के प्रोजेक्ट को मिली मंजूरी

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उत्तराखंड राज्य स्थापना के बाद से ही उत्तराखंड के कई क्षेत्रों में जमीनों के दाम आसमान छूने लगे। खासतौर पर राजधानी देहरादून और ऊधम सिंह नगर की जमीनें तो मुंह मांगे दामों पर बिकने लगीं। ऐसे में भू-माफिया गिरोह भी सक्रिय हो गए। लंबे समय से भू-माफिया प्रदेश की बेशकीमती जमीनों को यहा के काश्तकारो (किसानों) या जमीन मालिकों से औने-पौने दामों में खरीदकर प्लाटिंग के नाम पर मोटा मुनाफा कमाकर अपनी जेब भर रहे हैं। इतना ही नहीं आपने और अन्य प्रदेशों के ब्लैकलिस्ट और गैंगस्टर किस्म के लोग बड़ी आसानी से भोले-भाले जनता को लगातर लूट रहे हैं। ताजा मामला उत्तराखंड के जनपद ऊधम सिंह नगर के जिलामुख्यालय रुद्रपुर से है। जहा यूपी से ब्लैकलिस्टेड भगोड़े और गैंगस्टर एक बार फिर कई सौ एकड़ जमीन खरीदने के बाद अब नया प्रोजेक्ट लॉंच कर फिर के बार लूट के खेल की शुरुवात की है।

उत्तराखंड अपने नैसर्गिक सुंदरता के लिए विश्व विख्यात है जिसके चलते हर कोई यहाँ में अपना आशियाना बनाना चाहता है इसी के चलते पिछले काफी समय से प्रदेश के हर महानगर और विशेषकर देहरादून,ऊधम सिंह नगर से लगते क्षेत्र में भूमाफियाओं की फौज ने डेरा डाल हुआ है और लगातार यहा की बेशकीमती जमीनों को गैरकानूनी तरीके से खुर्द-बुर्द करने का काम कर रहे हैं। ऐसा ही एक ताजा मामला जनपद ऊधम सिंह नगर जिला मुख्यालय रुद्रपुर से सामने आया है। जहां यूपी के कुछ भगोड़े भू माफिया ऊधम सिंह नगर की बेशकीमती जमीन को औने-पौने दाम में खरीद कर बिल्डिंग बनाकर बेच रहे है।

जानकारी के अनुसार एलायंस बिल्डर्स, जिसके सभी निदेशकों पर जमीन कब्जाने और फर्जीवाड़ा करने के चलते उत्तर प्रदेश में कई केस दर्ज़ है और योगी सरकार ने जिन पर गैंगस्टर और अवैध रूप से सरकारी जमीन कब्जाने को लेकर भगोड़ा घोषित किया हुआ है अब उत्तराखंड के रुद्रपुर में गाजे-बाजे के साथ एलायंस मेंचेस्टर नाम से एक नया प्रोजेक्ट लॉंच कर दिया गया है जिसका प्रचार और प्रसार लगातार किया जा रहा है ताकि जरूरतमन्द लोग प्रोजेक्ट में निवेश कर सकें ।

नवंबर 2022 में उत्तर प्रदेश के बरेली में सरकारी जमीन कब्जाने धोखाधड़ी जालसाज़ी करने के चलते बरेली विकास प्राधिकरण ने एलायंस बिल्डर्स के निदेशक समेत 17 लोगों पर एफआईआर दर्ज़ करवाई थी जिसके बाद पुलिस ने एलायंस बिल्डर्स के निदेशक अरविंदर सिंह, निदेशक रमनदीप सिंह, अमनदीप व युवराज के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी किया गया और गैंगस्टर की कार्रवाई की । मामला हाइलाइट होने पर एलायंस बिल्डर्स के फर्जीवाड़े और जालसाज़ी के कई मामले सामने आते चले गए और सीएम योगी के कढ़े निर्देश के बाद एलायंस बिल्डर्स की संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई शुरू कर दी गयी ।

एलायंस बिल्डर्स ने 25 वर्षो से 100 करोड़ से अधिक की सरकार जमीन कब्जा रखी थी जिसे एलायंस बिल्डर्स के निदेशक खुर्द बुर्द कर बेचने की फिराक में थे । लेकिन योगी सरकार ने तत्काल कार्यवाही करते हुए एलायंस बिल्डर्स से सरकारी जमीन को मुक्त करवाया । इसके अलावा एलायंस बिल्डर्स ने कई लोगों से धोखाधड़ी कर उनकी जमीन कब्जाने, फर्जी रजिस्ट्री करने, जालसाजी से जमीन बेचने जैसे संगीन मामले मामले सामने आते चले गए । जिसके बाद पुलिस ने एलायंस बिल्डर्स के ऑफिस और निदेशकों के ठिकानों पर छापेमारी की जिसमें 41 बोरॉन में बंद हजारों की संख्या में रजिस्ट्रियाँ बरामद की गयी और एलायंस बिल्डर्स के निदेशकों और कर्मचारियों को हिरासत में लिया गया और एलायंस बिल्डर्स की 150 करोड़ से अधिक की संपत्ति कुर्क करने की कार्यवाही की गयी ।

एलायंस बिल्डर्स जिसे उत्तर प्रदेश सरकार ने भू माफ़िया होने के चलते गैंगस्टर और भगोड़ा घोषित किया हुआ है उत्तराखंड में करोड़ों छाप रहा है । एलायंस बिल्डर्स उत्तर प्रदेश के बाद अब उत्तराखंड में फर्जीवाड़ा करने की कोशिश में है जिसके चलते उत्तराखंड में भी कई सौ एकड़ जमीन अधिकारियों की साँठगांठ के चलते खरीद चुका है एलायंस बिल्डर्स ने नया प्रोजेक्ट ‘एलाएंस मेंचेस्टर’ नाम से रेरा में पंजीकृत करवा दिया है । ‘एलाएंस मेंचेस्टर’ प्रोजेक्ट जो कि और रुद्रपुर किच्छा रोड पर हाइवे से लगा हुआ है और राजस्व ग्राम भमरौला के अंतर्गत आता है आवाज़ इंडिया की तफतीश के अनुसार एलाएन्स मेंचेस्टर प्रोजेक्ट रेरा के नियमों को पूरा नहीं करता है बावजूद इसके एलायंस बिल्डर्स का प्रोजेक्ट अप्रूव कर दिया गया है बमरौला के ग्राम प्रधान जिआ उल रहमान से मिली जानकारी के अनुसार एलाएन्स मेंचेस्टर प्रोजेक्ट 34 एकड़ में बना हुआ है और पूरी तरह से वैध है । लेकिन रेरा के अनुसार इसका प्रोजेक्ट एरिया 28 एकड़ है और कवर्ड एरिया मात्र 14 एकड़ । इस पूरे प्रोजेक्ट में कई लोगों की जमीन है और 20 से ज्यादा खाते है जिनमें कई खाते अब भी कृषि भूमि के रूप में दर्ज़ है । और इस पूरी कॉलोनी के बीच में ग्राम समाज की जमीन है जिसमें सिंचाई करने और जानवरों के पानी पीने के लिए तालाब का निर्माण किया गया है लेकिन प्रोजेक्ट के ठीक बीच में होने के कारण इसे दीवारों से कवर कर दिया गया है । जब इस मामले में मीडिया ने जिला विकास प्राधिकरण के अधिकारियों से बात करने की कोशिश की तो सभी ने पल्ला झाड़ लिया जिससे साफ पता चलता है कि उत्तर प्रदेश का भू माफ़िया उत्तराखंड सरकार के अधिकारियों से मिलीभगत कर रुद्रपुर में प्रोजेक्ट को स्थापित कर रहा है ।

एलायंस बिल्डर्स जिन पर सरकारी जमीन कब्जाने और फर्जीवाड़ा करने के लिए बरेली में तमाम मुकदमें दर्ज़ है । अब इसी एलायंस बिल्डर्स ने रुद्रपुर में एक नया प्रोजेक्ट ‘एलायंस मेंचेस्टर’ लॉंच कर दिया है और उत्तराखंड सरकार से अप्रूव भी करवा लिया है । ‘एलायंस मेंचेस्टर’ प्रोजेक्ट जिसके प्रोजेक्ट एरिया को लेकर विरोधाभास है साथ ही प्रोजेक्ट के ठीक बीच में ग्राम सभा का तालाब और कृषि जमीन को लेकर भी मामला स्पष्ट नहीं है और खास बात कि एलायंस बिल्डर जिसे उत्तर प्रदेश कि योगी सरकार ने बैन कर दिया है ऐसे में उत्तराखंड के जिला प्रशासन के द्वारा प्रोजेक्ट को अप्रूव कर देना कहीं न कहीं भू माफियाओं और स्थानीय अधिकारियों का गठजोड़ दिखाता है । हमारी निवेशकों से अपील है कि निवेश करने से पहले बिल्डर को जरूर जाने और जिस जमीन पर प्रोजेक्ट बनाया जा रहा है उसके सभी दस्तावेजों का स्वयं निरीक्षण करें ताकि आपकी गाढ़ी कमाई भू माफियाओं के फर्जीवाड़े में न डूब जाएँ।