भाजपा ने उत्तराखंड की पांच में से तीन लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार तय कर दिए हैं। तीनों सीटों पर उम्मीदवार रिपीट हो सकते हैं। केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में पांचों सीटों पर संभावित प्रत्याशियों को लेकर एक दौर का मंथन हो चुका है। दो अन्य लोकसभा सीटों पर प्रत्याशियों के नामों पर अभी सस्पेंस बना है। माना जा रहा कि पार्टी एक-दो दिन में प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर देगी। सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय नेतृत्व उत्तराखंड में पार्टी के विधायक को लोस चुनाव में उतारने का इच्छुक नहीं है। कुछ विधायकों ने भी लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए दावेदारी की है। बहरहाल, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के नई दिल्ली से लौटने के बाद प्रत्याशियों को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं।
दोनों नेताओं ने शुक्रवार को केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में भाग लिया था। उत्तराखंड के संबंध में हुई बैठक में प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम और प्रदेश महामंत्री संगठन अजय कुमार भी शामिल हुए थे। वे प्रदेश से तैयार किए गए पैनल पहले ही समिति को सौंप चुके थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में उत्तराखंड में पांचों सीटों पर संभावित प्रत्याशियों के नामों पर विचार हुआ। बताया जा रहा कि पांच में से तीन सीटों पर प्रत्याशियों के नाम पर सहमति बन गई है। संभावना जताई जा रही कि तीनों सीटों पर पार्टी मौजूदा सांसदों पर भी दांव लगाएगी, लेकिन दो सीटों अभी पेच फंसा है। सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय चुनाव समिति ने सीएम और प्रदेश अध्यक्ष से इन दोनों सीटों पर कुछ और सूचनाएं मांगी हैं। सूत्रों के मुताबिक, एक-दो दिन में पार्टी प्रत्याशियों की घोषणा कर सकती है। दो अन्य सीटों पर भी जल्द निर्णय होने की संभावना है। सूत्रों के मुताबिक केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक के दौरान उत्तराखंड की एक-एक सीट राजनीतिक समीकरण, विपक्षी दलों की ताकत और कमजोरियों पर चर्चा हुई। केंद्रीय नेतृत्व ने कांग्रेस, सपा, बसपा समेत सभी दलों की कुंडली तैयार की है। सूत्रों के मुताबिक बैठक के दौरान इसका प्रस्तुतीकरण भी दिया गया।