भारत जोड़ो यात्रा में राहुल गांधी संग दिखी ये महिला तो मोदी ने कसा तंज, जाने कौन है ये महिला ?

Spread the love

गुजरात विधानसभा चुनाव में जीत का पताका फहराने के लिए भाजपा कोई कसर नहीं छोड़ रही है। चुनाव में जीत के लिए भाजपा ने अपना प्रचार अभियान और तेज कर दिया है। इसी सिलसिले में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी गुजरात में लगातार रैलियां कर रहे हैं। पीएम मोदी ने रविवार को गुजरात के सौराष्ट्र इलाके में जनसभाएं की। इस दौरान उन्होंने जहां भाजपा सरकार की उपलब्धियां गिनाई, साथ ही विरोधी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस के एक नेता ने ऐसी महिला के साथ पदयात्रा की, जिनके कारण कई सालों तक नर्मदा बांध परियोजना ठप रही। इसके अलावा वेरालवल, धोराजी और अमरेली में हुई उनकी जनसभाओं की बड़ी बातें आपको बताते हैं।

पीएम मोदी ने कहा कि लोकतंत्र के पर्व में एक-एक वोट का महत्व है। जनता इस बार मतदाना का रिकॉर्ड तोड़ें।
मोदी ने आगे कहा कि सुशासन से गुजरात नई ऊंचाई पर पहुंचा।
इस बार जनता को मतदान का रिकॉर्ड तोड़ना है। मोदी ने कहा कि मैं चाहता हूं कि नरेंद्र के रिकॉर्ड मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल तोड़ें।

मोदी ने कहा कि विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत तय है। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील करते हुए कहा कि ज्यादा से ज्यादा वोट और ज्यादा से ज्यादा पोलिंग बूथ जीतना मकसद है।

पहले लोगों को पानी जैसी बुनियादी सुविधाएं तक उपलब्ध नहीं थीं। आज तमाम योजनाओं से दूर-दराज के गांव तक पानी पहुंचा है। पहले महिलाओं को पानी लाने के लिए दूर-दूर जाना पड़ता था, लेकिन हमने नल जल योजना के माध्यम से घर-घर पानी पहुंचाया है। आज उज्ज्वला योजना के माध्यम से महिलाओं का जीवन बदल गया है।

मोदी ने कहा कि कच्छ और काठियावाड़ की प्यास बुझाने के लिए नर्मदा परियोजना ही एकमात्र समाधान था। आपने कल देखा होगा कि कैसे एक कांग्रेस नेता एक महिला के साथ पदयात्रा कर रहे थे। वो महिला नर्मदा विरोधी कार्यकर्ता थी। वह और अन्य लोगों ने कानूनी अड़चनें पैदा करके परियोजना को तीन दशकों तक रोके रखा था।

भाजपा का एक ही लक्ष्य है कि हमारा गुजरात विकसित और समृद्ध बने। हमारे दो दशकों के संयुक्त प्रयासों का परिणाम है कि भाजपा को लोगों का अपार आशीर्वाद मिल रहा है।

पहले गुजरात के विकास पर संदेह था, आज गुजरात नई ऊंचाईयों पर पहुंच रहा है।

गुजराती पानी के धनी होते हैं, हमने पानी के उपाय किए। पानी का मुद्दा वर्षों तक राजनीतिक विवाद में रहा। पहले पानी के लिए पहले काफी मशक्कत करनी पड़ती थी। हमने पानी के लिए पूरे गुजरात में अभियान चलाया। सौराष्ट्र में डेढ़ लाख चेक डैम बनाए गए हैं।