देहरादून। चारधाम यात्रा को लेकर शासन-प्रशासन लगातार अलर्ट मोड पर नजर आ रहा है। अब तक लाखों श्रद्धालु चारधाम यात्रा में दर्शन कर चुके हैं। साथ ही चारधाम यात्रा मार्गो में घोड़े-खच्चरों की समुचित व्यवस्था की गई है। कोशिश यही कि यात्रा मार्गों पर श्रद्धालु अपने गंतव्य तक आसानी से पहुंच सके। पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा ने कहा कि चारधाम यात्रा मार्गो में घोड़े, खच्चरों की व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के साथ ही उनके रखरखाव और और आवागमन को लेकर व्यवस्थाएं चाक-चौबंद की गई है। सौरभ बहुगुणा ने जानकारी देते हुए बताया कि पिछली यात्रा सीजन से सबक लेते हुए इस वर्ष की यात्रा में घोड़े-खच्चरों की संख्या सीमित की गई है। साथ ही घोड़े-खच्चरों का रजिस्ट्रेशन भी किया गया है और यह सुनिश्चित किया गया है कि एक दिन में घोड़ा-खच्चर एक ही राउंड चारधाम मार्गों में लगाएगा। साथ ही अगर कोई घोड़ा-खच्चर मालिक दूसरा राउंड लगाता हुआ पकड़ा जाता है तो उसके खिलाफ पशु क्रूरता अधिनियम के तहत उचित कार्यवाही की जाएगी। साथ ही उसका रजिस्ट्रेशन भी रद्द किया जाएगा। सौरभ बहुगुणा ने कहा कि इस बार पशुपालन विभाग ने जितने भी घोड़े खच्चर यात्रा मार्गों पर गए हैं। सभी घोड़े-खच्चरों को निशुल्क टिटनेस का इंजेक्शन भी लगाया गया है। साथ ही 24 घंटे गर्म पानी की व्यवस्था भी सुनिश्चित की गई है। कहा कि सरकार की कोशिश है कि चारधाम यात्रा में सभी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद हो ताकि चारधाम यात्रा सुरक्षित और सुगम हो सके।