रूड़की। केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने आज बुधवार को आईआईटी, रुड़की में ‘रुड़की जल सम्मेलन’ के दूसरे संस्करण का उद्घाटन कर सम्मेलन को वर्चुअल मोड में संबोधित किया । इस कॉन्क्लेव का आयोजन 2 मार्च से 4 मार्च तक संयुक्त रूप से किया जा रहा है भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, रुड़की और राष्ट्रीय जल विज्ञान संस्थान द्वारा मार्च 2022। ‘सतत विकास के लिए जल सुरक्षा’ विषय पर ध्यान केंद्रित करते हुए, इस वर्ष का कॉन्क्लेव सामाजिक विकास के एक प्रमुख घटक के रूप में स्थायी जल संसाधन प्रबंधन को रेखांकित करते हुए जल सुरक्षा और इसके कई पहलुओं को समझने पर ध्यान केंद्रित करेगा।
इस दौरान कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए एनएमसीजी के महानिदेशक श्री जी. अशोक कुमार ने कहा की “जल सुरक्षा दुनिया भर में स्थिरता के लिए चर्चा का एक प्रमुख विषय बन गया है।” उन्होंने कहा कि ‘रुड़की वाटर कॉन्क्लेव 2022’ पानी की कमी, स्वच्छता और पानी के सतत उपयोग के मुद्दों के समाधान खोजने में मदद करेगा। एकीकृत गंगा संरक्षण मिशन के साथ ये प्रयास गंगा नदी के पारिस्थितिक प्रवाह को बनाए रखने में कारगर साबित होंगे जिससे पानी की गुणवत्ता में सुधार के माध्यम से पर्यावरण का सतत विकास सुनिश्चित होगा।
साथ ही स्वच्छ गंगा के लिए राष्ट्रीय मिशन ( एनएमसीजी ) ने 7 मार्च 2022 तक कॉन्क्लेव में एक प्रदर्शनी लगाई है , जिसका उद्घाटन महानिदेशक, राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन श्री जी. अशोक कुमार द्वारा किया गया। जिसमें गंगा नदी से संबंधित विभिन्न पहलुओं और इसके संरक्षण और कायाकल्प के प्रयासों को प्रदर्शित किया गया है। जिसमें नदी के कायाकल्प और संरक्षण के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए स्थानीय स्कूलों और कॉलेजों के छात्रों को प्रदर्शनी देखने के लिए ले जाया जा रहा है।
इस अवसर पर श्री जी. अशोक कुमार, महानिदेशक, राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन, श्री आर.के. गुप्ता, अध्यक्ष, केंद्रीय जल आयोग, प्रोफेसर अजीत के. चतुर्वेदी, निदेशक आईआईटी-रुड़की, डॉ. जयवीर त्यागी, निदेशक शामिल थे।