आंखों में आंसू, चेहरे पर चिंता की लकीरें..रांची जमीन घोटाले के आरोपों में ईडी ने जेल भेजे IAS छवि रंजन

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रांची। इन दिनों भ्रष्टाचार को लेकर प्रवर्तन निदेशालय जितना सख्त देखा जा रहा है, अतीत में उतना सख्त कभी नहीं देखा गया। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार का इस बारे में कहना है कि प्रवर्तन निदेशालय (ED) अपने स्तर से कार्य कर रहा है। इसमें सरकार की कोई दखलंदाजी नहीं है। वहीं एक के बाद एक भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे चाहे बड़े से बड़ा नेता हो या अधिकारी, सब पर निदेशालय अपना चाबुक चला रहा है। इस बार ED कोर्ट ने रांची के पूर्व उपायुक्त IAS छवि रंजन को को शुक्रवार के दिन न्यायिक हिरासत में लेकर जेल की सलाखों के पीछे भेज दिया। उनके ऊपर आरोप था कि सेना के कब्जे वाली भूमि को अवैध तरीके से वो खरीद बिक्री में शामिल रहे थे। जेल भेजने से पहले पूर्व उपायुक्त से करीब 10 घंटे तक लंबी पूछताछ चली, क्योंकि कल अदालत का क्लोजिंग डे था इसके चलते प्रवर्तन निदेशालय को छवि रंजन की रिमांड नहीं मिल सकी।

 

जानकारी के लिए आपको बता दें कि आईएएस छवि रंजन को कोर्ट में पेश करने से पहले ही ईडी ने सदर अस्पताल के डॉक्टरों के समक्ष मेडिकल जांच करवाई, जांच में उनके शुगर, बीपी, पल्स, सामान्य दिखाई दिए। इसके साथ ही उनकी Covid-19 की जांच की रिपोर्ट में भी नेगेटिव बताया गया। कोर्ट की प्रक्रिया के बाद आईएएस छवि रंजन ईडी की गाडी में बैठे हुए दिखाई दिए, तो उनकी आंखों में मायूसी के आंसू स्पष्ट दिखाई दे रहे थे। अधिकारी होने के चलते उन्होंने मीडिया के कैमरों से अपने आंसुओं को छिपाने की लाख कोशिशें की, लेकिन कहते हैं कि पानी और आंसू अपना रास्ता हर बंदिश को तोड़कर निकाल लेते हैं। उनकी आखों में भी नमी साफ़ दिखी। छवि रंजन को जेल तक ले जाने के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। उनको रांची के बिरसा मुंडा जेल में रखा गया है।

लेकिन हाल ही के समय में ये कोई पहले अधिकारी नहीं हैं जिनपर कार्रवाई हुई हो, बल्कि इससे पहले भ्रष्टाचार के आरोपों में ही आईएएस पूजा सिंघल के ऊपर भी बड़ी कार्रवाई की गई थी। खबरें तो ये भी आ रही हैं कि प्रवर्तन निदेशालय जल्द ही साहेबगंज के डिप्टी कलेक्टर रामनिवास यादव और आईएएस राजीव अरुण एक्का पर भी बड़ी कार्रवाई को अंजाम दे सकती है। इन लोगों पर साहेबगंज में 1000 करोड़ के अवैध खनन का आरोप है। इन लोगों के आलावा इन्हीं आरोपों में कुछ नेता भी ईडी के निशाने पर हैं, इनमें झामुमो नेता पंकज मिश्रा, बच्चू यादव, और अन्य आरोपी तो जेल की सलाखों के पीछे भी हैं।