देहरादून। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू उत्तराखंड के दो दिवसीय दौरे पर पहुंची हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने शुक्रवार को उत्तराखंड प्रवास के दूसरे दिन सुबह राजभवन स्थित राज प्रज्ञेश्वर महादेव मंदिर में विधिवत पूजा अर्चना के साथ रुद्राभिषेक किया। राष्ट्रपति ने राजभवन स्थित नक्षत्र वाटिका का उद्धाटन किया। इस दौरान राज्यपाल लेफ़्टिनेंट जरनल गुरमीत सिंह (से.नि.) एवं प्रथम महिला गुरमीत कौर समेत मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मौजूद रहे।
गौर हो कि बीते दिन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू दो दिवसीय दौरे पर देहरादून पहुंची और एयरपोर्ट पर राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (रि) गुरमीत सिंह और सीएम धामी ने उनका स्वागत किया। इसके बाद एयरपोर्ट पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इसके बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू देहरादून में उत्तराखंड सरकार द्वारा आयोजित नागरिक अभिनंदन समारोह में शामिल हुईं। सीएम धामी ने राष्ट्रपति को कंडाली के रेशों से बनी हुई शॉल भेंट किया।
पहले दिन राष्ट्रपति मुर्मू ने देवभूमि उत्तराखंड को विकास की सौगात देते हुए 2001.94 करोड़ रुपए की 9 परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इस दौरान राष्ट्रपति ने कहा कि उत्तराखंड की एक समृद्ध संस्कृति रही है। इनका विकास होना चाहिए। इन्हें बढ़ावा मिलना चाहिए और आगे लाना चाहिए। ये हमारा कर्तव्य है। इस दौरान राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि देवभूमि, तपोभूमि और वीरभूमि उत्तराखंड में आना, मैं अपना सौभाग्य मानती हूं। हिमालय को महाकवि कालिदास ने ‘देवात्मा’ कहा है। राष्ट्रपति के रूप में हिमालय के आंगन, उत्तराखंड में, आप सब के आथित्य सत्कार का उपहार प्राप्त करके, मैं स्वयं को कृतार्थ मानती हूं।
राष्ट्रपति ने विभिन्न विकास परियोजनाओं के शिलान्यास और उद्घाटन पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि इन परियोजनाओं से लोगों के लिए जन-सुविधाएं बढ़ेंगी। उन्होंने इन परियोजनाओं के लिए केंद्र सरकार और राज्य सरकार की सराहना की। उन्होंने कहा कि राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह के सुव्यवस्थित मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री धामी के ऊर्जावान नेतृत्व में उत्तराखंड समग्र विकास के पथ पर अग्रसर है। राज्य के विकास की इस यात्रा में उत्तराखंड के परिश्रमी और प्रतिभाशाली निवासियों का महत्वपूर्ण योगदान है।