अहमदाबाद. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को अहमदाबाद के साबरमती तट पर ‘खादी उत्सव’ को संबोधित कर अपने दो दिवसीय गुजरात दौरे की शुरुआत की. खादी उत्सव भारत के स्वतंत्रता संग्राम में खादी के महत्व को दर्शाने के लिए केंद्र के ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के तहत आयोजित किया जा रहा एक अनूठा आयोजन है. कार्यक्रम में पहुंचे पीएम मोदी खुद भी थोड़े समय के लिए चरखे पर सूत कातते नजर आए. शनिवार शाम साबरमती तट पर आयोजित किये जा रहे इस उत्सव में गुजरात के विभिन्न जिलों की 7,500 महिला खादी कारीगरों ने एक ही समय पर चरखा चलाया.
वहीं, खादी उत्सव को लेकर महिला कारीगरों में काफी उत्साह नजर आया. एक महिला कारीगर ने कहा, ‘पीएम मोदी ने हमें यह काम दिया है. हम बहुत खुश हैं. हमें रोजी मिल रही है. उन्होंने हमें कमाने का जरिया दिया.’ उन्होंने कहा, ‘हम मोदी जी से कहेंगे कि ऐसा उत्सव होते रहना चाहिए, ताकि लोगों को पता चले खादी क्या है, लोग इसे भूल न जाएं. डॉक्टर भी त्वचा की हिफाजत के लिए खादी पहनने की सलाह देते हैं.’ महिला कारीगर ने कहा कि खादी पहनने वाला कोई और कपड़ा नहीं पहनता, जिसे खादी की आदत पड़ जाए उसे कुछ और अच्छा ही नहीं लगता है.
इस कार्यक्रम में 1920 के बाद से इस्तेमाल किए गए 22 चरखों को प्रदर्शित करके ‘चरखों’ की विकास यात्रा पर एक प्रदर्शनी भी लगाई गई थी. प्रदर्शनी में स्वतंत्रता संग्राम के दौरान इस्तेमाल किए गए ‘यरवदा चरखा’ के साथ विभिन्न चरखे प्रदर्शित किए गए, जो आज की प्रौद्योगिकी और नवाचार पर आधारित हैं. इस दौरान पांडुरु खादी के उत्पादन का ‘लाइव’ प्रदर्शन भी किया गया.