नई दिल्ली। भारत देश को दुनिया के बाकी देशों से आगे लाने के लिए मोदी सरकार अनेकों कदम बढ़ा रही है। देश को हाईटेक बनाने के लिए, जनता की सुविधा का ख्याल रखते हुए मोदी सरकार अनेकों योजनाओं को आगे बढ़ा रही है। भारत के हर राज्य को आपस में जोड़ने, यात्रा को सुविधा बनाने के लिए कई तरह के सड़क-हाईवे, रेल और हवाई सेवाओं का लगातार विस्तार किया जा रहा है। इसी क्रम में पिछले साल देश में मेक इन इंडिया के तहत वंदे भारत ट्रेन की शुरुआत की गई थी। देश में बीते साल से अब तक 8 नई आधुनिक ट्रेनों पर सफर की शुरुआत की गई है। इन वंदे भारत ट्रेनों की सेवाएं भारत के अलग-अलग राज्यों में शुरू की गई थी। वहीं, आज महाराष्ट्र को भी 2 वंदे भारत ट्रेनों की सौगात मिलने जा रही है।
बता दें, देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शुक्रवार (10 फरवरी 2023) को मुंबई दौरे पर हैं। यहां वो महानगरी मुंबई के निवासियों को दो नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का तोहफा देंगे। महाराष्ट्र को आज जो दो नई वंदे भारत एक्सप्रेस की सुविधा मिलेगी ये सीएसटी से सोलापुर और सीएसटी से साईं नगर-शिरडी के बीच चलेंगी। बताया जा रहा है कि महाराष्ट्र में शुरू होने जा रही इस वंदे भारत एक्सप्रेस में मुंबई से नासिक की यात्रा के लिए यात्रा अगर चेयर कार और एक्जीक्यूटिव क्लास में की जाती है तो इसके लिए 550 रुपये से 1,150 रुपये तक चुकाने पड़ सकते हैं। वहीं, मुंबई से शिरडी के बीच चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस में चेयर कार से सफर के लिए 800 रूपए और एक्जीक्यूटिव क्लास के लिए 1,630 रुपये तक देने हो सकते हैं।
मेक इन इंडिया के तहत बनी ये वंदे भारत ट्रेन जीपीएस आधारित सूचना सिस्टम, सीसीटीवी कैमरे, ऑटोमैटिक स्लाइडिंग डोर, वैक्यूम आधारित बायो टॉयलेट जैसी कई अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है। बीते साल से अब तक भारत जो भारत को वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें मिली हैं उनका कहां संचालन किया जा रहा है इसका ब्यौरा नीचे दिया हुआ है।
Vande Bharat ka double dose for Maharashtra. pic.twitter.com/xsq6KtUdVy
— Ashwini Vaishnaw (@AshwiniVaishnaw) February 9, 2023
भारत में संचालित 8 वंदे भारत ट्रेनों का रूट
देश में सबसे पहले वंदे भारत ट्रेन नई दिल्ली से वाराणसी पर.
रेलवे द्वारा नई दिल्ली से श्री माता वैष्णो देवी कटरा तक.
गांधीनगर से मुंबई तक.
नई दिल्ली से अंब अंदौरा तक.
चेन्नई से मैसूर तक.
नागपुर से बिलासपुर तक.
हावड़ा से न्यू जलपाईगुड़ी तक.
सिकंदराबाद से विशाखापट्टनम तक.