हिरोशिमा। पीएम नरेंद्र मोदी जापान के दौरे पर हैं। जहां जापान के हिरोशिमा में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की में मुलाकात हुई है। रूस-यूक्रेन के बीच पहली बार दोनों नेताओं का आमना-सामना हुआ है। बता दें कि पीएम मोदी और जेलेंस्की की मुलाकात दुनियाभर के देशों में टिकी हुई है। दोनों नेताओं की फोटो सामने आई है। जिसमें जेलेंस्की और पीएम मोदी हाथ मिलाते हुए नजर आ रहे है।
PM Narendra Modi held talks with Ukrainian President Volodymyr Zelensky during the G-7 Summit in #Hiroshima, Japan
(Pics source: PMO) pic.twitter.com/Uh9k1SLGTE
— ANI (@ANI) May 20, 2023
दरअसल, जी-7 देशों और क्वॉड की अहम बैठकों से अलावा पीएम मोदी विभिन्न देशों के शासनाध्यक्षों और खास लोगों से भी मुलाकात कर रहे हैं। इसी कड़ी में पीएम मोदी ने आज सुबह जापान में नामचीन तोमियो मिजोकामी से भी मुलाकात की। तोमियो मिजोकामी को भारत ने पद्मश्री जैसे सम्मान से भी नवाजा है। तो चलिए आपको बताते हैं कि तोमियो मिजोकामी ने भारत के लिए क्या किया है और किस वजह से पीएम नरेंद्र मोदी ने उनसे जापान के दौरे में ये अहम मुलाकात की। तोमियो मिजोकामी हिंदी और पंजाबी के अलावा अंग्रेजी, बांग्ला, उर्दू, गुजराती, असमिया, मराठी, कश्मीरी, सिंधी, तमिल, जर्मन और फ्रेंच भाषाएं जानते हैं। सिखों के प्रसिद्ध जपजी साहिब का उन्होंने जापानी भाषा में अनुवाद किया है। भारतीय भाषाओं और साहित्य, शिक्षा को विदेश में बढ़ावा देने के लिए तोमियो मिजोकामी को साल 2018 में तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पद्मश्री सम्मान से नवाजा था।
In Hiroshima, I was glad to interact with Professor Tomio Mizokami. A Padma Awardee, he is a distinguished Hindi and Punjabi linguist. He has made numerous efforts to make Indian culture and literature popular among the people of Japan. pic.twitter.com/mEWYZLr62F
— Narendra Modi (@narendramodi) May 20, 2023