नई दिल्ली– सरकार ने वर्ष 2022 के पद्म पुरस्कारों के नामों का घोषणा कर दी है। जिसमें देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह को मरणोपरांत पद्म विभूषण से सम्मानित किया जाएगा।
गणतंत्र दिवस पर सरकार की ओर से अपने क्षेत्र में देश का गौरव बढ़ाने वाले लोगों को पद्म पुरस्कारों से सम्मानित किया जाएगा। इसमें पद्म विभूषण सम्मान के लिए चार नामों का चयन किया गया है। जिसमें देश की रक्षा में अपना अदम्य साहस दिखाने वाले सीडीएस जनरल बिपिन रावत को मरणोपरांत पद्म विभूषण से सम्मानित किया जाएगा।
वहीं, पद्म विभूषण पाने वालों में यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का भी नाम शामिल है। उन्हें ये पुरस्कार मरणोपरांत दिया जाएगा। वहीं कला की श्रेणी में प्रभा आत्रे को भी सम्मानित किया जाएगा। वहीं चौथा नाम राधे श्याम खेमका का नाम है, जिन्हें शिक्षा के क्षेत्र में मरणोपरांत पद्म विभूषण से सम्मानित किया जाएगा।
इसके अलावा टोक्यो ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन करते हुए गोल मेडल जीतकर इतिहास रचने वाले नीरज चोपड़ा को पद्मश्री सम्मान, कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद को पद्म भूषण सम्मान मिलेगा। जबकि इस साल भी सरकार की ओर से भारत रत्न के लिए किसी का भी नाम चयनित नहीं किया गया है।
पद्म पुरस्कार – देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों में से एक, तीन श्रेणियों में प्रदान किया जाता है, अर्थात् पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री। पुरस्कार विभिन्न विषयों / गतिविधियों के क्षेत्रों में दिए जाते हैं, जैसे- कला, सामाजिक कार्य, सार्वजनिक मामले, विज्ञान और इंजीनियरिंग, व्यापार और उद्योग, चिकित्सा, साहित्य और शिक्षा, खेल, सिविल सेवा, आदि। ‘पद्म विभूषण’ से सम्मानित किया जाता है। असाधारण और विशिष्ट सेवा के लिए; उच्चकोटि की विशिष्ट सेवा के लिए ‘पद्म भूषण’ और किसी भी क्षेत्र में विशिष्ट सेवा के लिए ‘पद्म श्री’। पुरस्कारों की घोषणा हर साल गणतंत्र दिवस के अवसर पर की जाती है।