फिर आया बंशीधर भगत का विवादित बयान, बोले- देवियों को पटाओ

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उत्तराखंड। संस्कारी कही जाने वाली भारतीय जनता पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने हिंदू धर्म के देवी देवताओं पर ऐसी ओछी टिप्पणी कर दी कि किसी विपक्षी नेता ने यह बोल दिया होता तो भगवा ब्रिगेड तूफान खड़ा कर देती। लेकिन भाजपा नेता की इस टिप्पणी पर भगवा खेमे में कोई हलचल नहीं है। सरस्वती, दुर्गा और लक्ष्मी देवियों को पटाने की सलाह देने वाले भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व कैबिनेट मंत्री ने देवों के देव महादेव और भगवान विष्णु को भी अपनी टिप्पणियों में नहीं बख्शा।

मर्यादा और शिष्टाचार के पाठ के साथ धर्म की राजनीति को महत्व देने वाली भाजपा कई बार अन्य दलों के राजनेताओं को धर्म और संस्कृति पर विवादित बयान देने के चलते अक्सर घेरती हुई नजर आती है। इतना ही नहीं हिंदुत्व और हिंदू शक्ति सभ्यता का आड़ लेने वाली भाजपा के नेता अक्सर मर्यादा और शिष्टाचार भूलकर हिंदू सभ्यता पर कटाक्ष करते है। लेकिन तब कोई भाजपा या पार्टी से जुड़ा नेता अपनी पार्टी के नेता को सभ्यता का पाठ पढ़ाता हुआ नजर नहीं आता है कुछ ऐसा ही मामला एक बार फिर देखने को मिला है। जहा अपने बयानों से हमेशा विवादों में रहने वाले वरिष्ठ भाजपा नेता और कालाढूंगी विधायक बंशीधर भगत ने एक बार फिर से विवादित बयान दिया है। अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के मौके पर बंशीधर बालिकाओं के सामने ही विवादित बयान दे बैठे। बंशीधर के इस विवादित बोल के बाद वहां मौजूद महिलाएं और बालिकाएं हक्का-बक्का हो गईं। कार्यक्रम में उन्होंने मां सरस्वती, दुर्गा और लक्ष्मी सहित कई देवताओं को लेकर अमर्यादित बयान दिया।

इस दौरान बंशीधर भगत ने मंच से कहा कि बालिकाओं का हमेशा सम्मान होता है लेकिन बालकों को भी सम्मान भी मिलना चाहिए। जब विद्या मांगने की बारी आती है तो सरस्वती को पटाओ। शक्ति मांगनी हो तो दुर्गा को पटाओ, धन के लिए लक्ष्मी को पटाओ। जिस सुनकर वहां बैठी महिलाएं और बालिकाएं हक्का-बक्का रह गई। वहीं कुछ लोगों जमकर ठहाके मारे। बंशीधर भगत की जुबान यहीं पर नहीं रुकी, उन्होंने कहा एक पुरुष भगवान शिव है जो हिमालय पर जाकर ठंड में पड़े हुए हैं ऊपर से उनके सिर पर सांप बैठा हुआ है और ऊपर से पानी बह रहा है वहीं भगवान विष्णु समुद्र की गहराई में छुपे हुए हैं आपस में बेचारों की बात भी नहीं होती है बंशीधर भगत के इस बयान के बाद वहां बैठे महिलाएं और बालिकाएं तरह-तरह की चर्चा करने लगी। गौरतलब है कि बंशीधर भगत हमेशा से अपने विवादित बयानों के लिए जाने जाते हैं पूर्व में भी कई ऐसे विवादित बयान दे चुके हैं जिससे उनकी और पार्टी की किरकिरी हुई है। ऐसे में बंशीधर भगत का फिर से एक बार विवादित बयान सुर्खियों में है।

फिलहाल सभ्यता और संस्कृति की रक्षा के साथ महिला सशक्तिकरण के बड़े-बड़े दावे करने वाली भाजपा और भाजपा के नेता ही जब हिंदू संस्कृति और देवी देवताओं का अपमान करते हुए नजर आएंगे तो उनके जेहन में हिन्दू धर्म और महिलाओं के प्रति कितना सम्मान होगा और धरातल पर वह नेता महिला सशक्तिकरण के लिए कितनी मजबूती से काम कर रहे होंगे इसका प्रत्यक्ष प्रमाण सभी के सामने है।