हल्द्वानी। केंद्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्यमंत्री अजय भट्ट ने राष्ट्रीय राजमार्ग का स्थलीय निरीक्षण किया, जिसमें धीमी गति से चल रहे कार्य में तेज़ी लाने के साथ ही गुणवत्तापूर्ण बेहतर सड़क का निर्माण कार्य जल्द पूर्ण करने के निर्देश दिये।
दरअसल, रामपुर-काठगोदाम राष्ट्रीय राजमार्ग 87 का निर्माण पिछले 8 सालों से अधर में लटका हुआ है। राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण के लिए पूर्व में आई दो कंपनियों के बीच में काम छोड़कर जाने के बाद तीसरी कंपनी ने निर्माण कार्य को शुरू किया है, जिसको देखते हुए केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट हाईवे निर्माण कार्यों का जायजा लेने राष्ट्रीय राजमार्ग लालकुआं पहुंचे। उन्होंने निर्माण कार्य की गुणवत्ता बढ़िया करने का अधिकारियों को निर्देश दिया। अजय भट्ट ने कहा कि पिछले कई सालों से राष्ट्रीय राजमार्ग अधर में लटका हुआ था। ऐसे में नई कंपनी को निर्माण की जिम्मेदारी दी गई है, जो काम को तेजी से कर रही है। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि वर्ष 2023 में हाईवे का निर्माण कार्य पूर्ण हो जाएगा। उन्होंने कहा कि पूर्व में निर्माण कार्य में करीब ढाई सौ करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं, जिसके बाद निर्माण कार्य अधर में लटका हुआ था। अजय भट्ट ने कहा कि इसी के चलते आए दिन सड़क हादसे भी हो रहे थे। ऐसे में हाईवे का निर्माण हो जाने से कुमाऊं की कनेक्टिविटी सीधे दिल्ली के अलावा उत्तर प्रदेश के कई शहरों से हो जाएगी। इसके अलावा दिल्ली जाने वाले लोगों के समय की बचत भी होगी। अजय भट्ट ने कहा कि कंपनी को निर्माण कार्य तेजी करने के निर्देश दिए गए हैं। कंपनी को 2023 में ही हाईवे का निर्माण पूरा करना है। उन्होंने कहा कि हाईवे निर्माण का समय-समय पर वह अधिकारियों के साथ फीडबैक भी ले रहे हैं। स्थलीय निरीक्षण भी कर रहे हैं, जिससे कि काम मानक के अनुरूप हो सके।
गौरतलब है कि रामपुर से काठगोदाम तक राष्ट्रीय राजमार्ग का करीब 93 किलोमीटर निर्माण होना है। वर्ष 2016 में केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने इसकी आधारशिला रखी थी, लेकिन 8 साल बीत जाने के बाद भी हाईवे का निर्माण केवल 30% ही हो पाया है। ऐसे में स्थानीय लोगों को एक बार फिर से हाईवे निर्माण की आस जगी है।