नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को करियप्पा ग्राउंड में राष्ट्रीय कैडेट कोर रैली को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण किया, एनसीसी टुकड़ियों द्वारा मार्च पास्ट की समीक्षा की और एनसीसी कैडेटों को सेना की कार्रवाई, स्लेदरिंग, माइक्रोलाइट फ्लाइंग, पैरासेलिंग के साथ-साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों में अपने कौशल का प्रदर्शन करते हुए देखा। इस दौरान सर्वश्रेष्ठ कैडेटों को भी प्रधानमंत्री की ओर से मेडल और डंडों से नवाजा गया।
सभा को संबोधित करते हुए, प्रधान मंत्री ने अपने एनसीसी कनेक्शन को गर्व के साथ याद किया और राष्ट्र के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को निभाने की ताकत देने के लिए एनसीसी कैडेट के रूप में उनके प्रशिक्षण को श्रेय दिया।

प्रधानमंत्री ने लाला लाजपत राय और फील्ड मार्शल करियप्पा को राष्ट्र निर्माण में उनके योगदान के लिए श्रद्धांजलि दी।
संबोधन में प्रधानमंत्री ने लड़कियों और महिलाओं के लिए रक्षा प्रतिष्ठानों के दरवाजे खोलने के लिए उठाए जा रहे कदमों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने बड़ी संख्या में गर्ल कैडेट्स की उपस्थिति को नोट किया और इसे राष्ट्र के बदलते रवैये का प्रतीक बताया। उन्होंने गर्ल कैडेटों से कहा, “देश को आपके योगदान की जरूरत है और उसके लिए पर्याप्त अवसर हैं।” उन्होंने कहा कि अब देश की बेटियां सैनिक स्कूलों में दाखिला ले रही हैं और महिलाओं को सेना में बड़ी जिम्मेदारी मिल रही है. देश की बेटियां एयरफोर्स में फाइटर प्लेन उड़ा रही हैं। ऐसे में हमारा प्रयास होना चाहिए कि अधिक से अधिक बेटियों को एनसीसी में शामिल किया जाए।
कहा की “आपके प्रयास और संकल्प और उन संकल्पों की पूर्ति भारत की उपलब्धि और सफलता होगी”, प्रधानमंत्री ने कहा कि जिस देश का युवा पहले राष्ट्र की सोच के साथ आगे बढ़ना शुरू करता है, उसे दुनिया की कोई ताकत नहीं रोक सकती।

साथ ही प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि जहां एनसीसी या एनएसएस है वहां ड्रग्स स्कूल/कॉलेज तक नहीं पहुंचनी चाहिए। उन्होंने कैडेटों को स्वयं नशों से मुक्त रहने और साथ ही अपने परिसर को मादक पदार्थों से मुक्त रखने की सलाह दी। उन्होंने जोर देकर कहा कि जो दोस्त एनसीसी-एनएसएस में नहीं हैं उन्हें भी इस बुरी आदत को छोड़ने में मदद करें।
प्रधानमंत्री ने कैडेटों को सेल्फ4सोसाइटी पोर्टल से जुड़ने को कहा जो देश के सामूहिक प्रयासों को नई ऊर्जा देने का काम कर रहा है। पोर्टल से 7 हजार से ज्यादा संस्थाएं और 2.25 लाख लोग जुड़े हैं।