उत्तरखंड के चमोली बाजार के पास नमामि गंगे प्रोजेक्ट की साइट पर अचानक करंट फैलने से बड़ा हादसा हो गया। बताया जा रहा है कि साइट पर मौजूद कई लोगों की मौत हो गई। साइट पर कुल 24 लोग मौजूद थे जिनमें से 15 लोगों की मौत हो गई और बाकी बुरी तरीके से झुलस गए हैं। डीएसपी प्रमोद शाह ने बताया कि कुछ घायलों को जिला अस्पताल भेजा गया है। उनके चिकित्सीय परीक्षण के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।
मौके पर स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत भी मौजूद रहे। उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि अब तक 15 लोगों की मौत हुई है। मृतकों में एक पीपलकोटी का आउट पोस्ट इंचार्ज भी शामिल हैं। चमोली पुलिस के मुताबिक, नदी के किनारे एक डेडबॉडी पड़ी थी जिसे देखने के लिए कई लोग वहां पर मौजूद थे।वहीं, कुछ रिपोर्ट के मुताबिक, नदी के किनारे नमामि गंगे का प्रोजेक्ट चल रहा था। जिसमें कई मजदूर घायल हुए हैं। राहत बचाव कार्य जारी है। स्थानीय विधायक के मुताबिक, प्रोजेक्ट साइट पर आज सुबह बिजली का तीसरा फेस डाउन हो गया था। इस फेस को दोबारा जोड़ते हुए करंट फैल गया है। विधायक ने पावर कॉरपोरेशन पर मुकदमा दर्ज करने की बात कही है। उत्तराखंड के चमोली बाजार के पास नमामि गंगे प्रोजेक्ट की साइट पर अचानक करंट लगने से हुई 16 लोगों की मौत के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिये हैं। उन्होंने डीएम चमोली से घटना की जानकारी ली। हादसे की जांच एडीएम प्रशासन अभिषेक त्रिपाठी को सौंपी गई है। सीएम धामी ने कहा कि घायलों को देहरादून लाया गया है। उनके इलाज में कोई कमी नहीं होगी। उनके लिए हेलिकॉप्टर भेजा गया है। गंभीर रूप से घायल जल संस्थान के जेई संदीप मेहरा और सुशील कुमार को हेलिकॉप्टर से एम्स ऋषिकेश भेजा गया है। वहीं, सीएम धामी चमोली के लिए रवाना हो गए थे, लेकिन मौसम खराब होने के कारण उनका हेलीकॉप्टर टिहरी से वापस लौट गया। अब सीएम एम्स में झुलसे हुए लोगों को देखने जा रहे हैं।