बढ़ते जा रहे डेंगू के मरीज! अस्पतालों में बेड किए गए रिजर्व

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उत्तराखंड में डेंगू के खिलाफ प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने कमर कस ली है। दोनों विभाग आपस में समन्वय बनाकर लोगों को डेंगू के बारे में जागरूक कर रहे हैं। साथ ही डेंगू से बचाव के लिए कर्मचारियों को गली मोहल्लों में छिड़काव करने के निर्देश दिए हैं।

राजधानी देहरादून में डेंगू के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। अब तक देहरादून में डेंगू के 240 मामले सामने आ चुके हैं। डेंगू के मामलों की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग ने टीम गठित की है और नगर निगम के साथ मिलकर सभी वार्डों में फॉगिंग अभियान चलाया जा रहा है। जबकि डेंगू प्रभावित क्षेत्रों में दवाइयों का छिड़काव कराया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से प्राइवेट अस्पतालों को भी निर्देश दिए गए हैं कि डेंगू के मामले आने के बाद स्वास्थ्य महकमे को तुरंत बताया जाए। दरअसल मॉनसून के दौरान राजधानी देहरादून में डेंगू के मरीज बढ़ने से दून अस्पताल में बेड की कमी पड़ गई थी जिसके बाद अस्पताल प्रशासन ने मरीजों को इलाज देने के उद्देश्य से बेडों की व्यवस्था की। दूसरी तरफ डेंगू की रोकथाम को लेकर स्वास्थ्य विभाग की टीम घर-घर जाकर लोगों को जागरूक कर रही है और डेंगू के लार्वा को नष्ट किया जा रहा है। उसके बावजूद मरीजों की संख्या में इजाफा होता जा रहा है। देहरादून के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर संजय जैन के मुताबिक अब तक देहरादून जिले में 240 डेंगू मरीज पाए गए हैं। इनमें से 56 एक्टिव मरीज हैं जिनका इलाज विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है। उन्होंने बताया कि सभी अस्पतालों को डेंगू के बेड आइसोलेट किए जाने के निर्देश दिए गए हैं। दून अस्पताल में डेंगू मरीजों के लिए 73 बेड आरक्षित किए गए हैं। जबकि पंडित दीनदयाल उपाध्याय चिकित्सालय में मरीजों के इलाज के लिए 30 बेड रिजर्व किए गए हैं। इसके अलावा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में बेड आरक्षित किए गए हैं।