बर्थडे स्पेशल: हालातों के चलते छोड़नी पड़ी थी पढ़ाई, बस स्टैंड पर बेची मूंगफली, जैकी श्रॉफ के हीरो बनने की दास्तान भावुक कर देगी

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मुंबई। फिल्मी दुनिया में कुछ लोग ए​क्टर बनने के लिए आए थे। वहीं, कुछ ऐसे कलकार हैं, जिन्हें किस्मत मनोरंजन की दुनिया में ले आई। इसके बाद वे इस कदर फेमस हुए कि लोगों की जुबां पर उनका नाज चढ़ गया। ऐसे ही एक कलाकार आज अपना 66वां बर्थडे सेलिब्रेट कर रहा है। हम बात कर रहे हैं ‘जग्गू दादा’ यानी जैकी श्रॉफ की। 1 फरवरी 1957 को जन्में जैकी को उनका लक फिल्मी दुनिया में लेकर आया। आइए उनके कॅरियर के कुछ पहलुओं पर बात करते हैं।

 

गुजरात के रहने वाले काकूभाई हरिभाई श्रॉफ के यहां मुंबई में जयकिशन काकूभाई श्रॉफ का जन्म हुआ था। बचपन में जैकी को यही नाम मिला था और वे स्कूल तक इसी नाम से जाने जाते थे। चूंकि उनका नाम लंबा था इसलिए उनके स्कूल के एक दोस्त ने उन्हें जैकी पुकारना शुरू किया था। इसके बाद जब सुभाष घई ने जब उन्हें ब्रेक दिया तो उन्होंने भी ‘जैकी’ से ही जयकिशन को इंट्रोड्यूस किया। इस तरह जयकिशन हमेशा के लिए जैकी हो गए। चूंकि जैकी बिंदास किस्म के शख्स हैं इसलिए उन्हें जैकी दादा या जग्गू दादा भी कहा जाता है।

जैकी के परिवार की शुरुआती दौर में आर्थिक हालात इतनी बेहतर नहीं थी। जब जैकी 10 साल के थे तो उनके सामने ही समुद्र में डूबने से बड़े भाई की मौत हो गई थी। ये पूरे परिवार के लिए बड़ा सदमा था और उनकी हालत और खराब हो गई। ऐसे में जैकी को 11वीं के बाद पढ़ाई छोड़नी पड़ी। हालात इतने बिगड़े थे कि रुपये कमाने के लिए जैकी ने फिल्मों के पोस्टर चिपकाए, मूंगफली बेची। इसके बाद काफी कोशिशों के बाद ट्रैवल एजेंट के तौर पर उनकी नौकरी लगी।

ट्रैवल एजेंट के तौर पर काम करते हुए एक दफा जैकी बस स्टैंड पर खड़े थे। तब ही एक एडवरटाइजिंग एजेंसी से जुड़े शख्स ने उनसे पूछा कि ‘क्या आप मॉडलिंग करेंगे?’ अगले दिन जैकी बताए पते पर गए और सूट शर्ट के विज्ञापन के लिए फोटोशूट किया। बस इसके बाद उनकी फोटो सुभाष घई तक पहुंची और उन्हे फिल्म ‘हीरो’ में रोल मिला। जैकी ने साल 1987 में आएशा श्रॉफ से शादी की थी। उनके दो बच्चे हैं कृष्णा और टाइगर श्रॉफ।