नई दिल्ली। एक तरफ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पटना में विपक्षी एकता की महाबैठक करते हैं तो दूसरी तरफ विपक्षी एकता में ही दो मजबूत दल आपस में कुत्ते बिल्ली की तरह लड़ते नजर आते हैं। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच पटना में शुरू हुई रार अब बयानबाजी के रूप में भी सामने आने लगी है। आम आदमी पार्टी के नेता कांग्रेस पर तो कांग्रेस के नेता आम आदमी पार्टी के खिलाफ आरोप लगा रहे हैं। कांग्रेस ने सवाल उठाया कि आप एक ओर कांग्रेस पार्टी से सहयोग पाने की इच्छा व्यक्त करते हैं, वहीं दूसरी ओर आपकी ही पार्टी के नेता कांग्रेस के खिलाफ बयान देते हुए दिखाई दे रहे हैं। इससे लोगों के बीच यह प्रश्न उठा है कि आप इस तरह के कदमों से क्या प्राप्त करना चाहते हैं? क्या वे हमारा समर्थन प्राप्त करना चाहते हैं या पार्टी (कांग्रेस) से दूरी बढ़ाना चाहते हैं?
#WATCH | On one side, AAP is seeking Congress' support; on the other, they are speaking against the party. What do they want by doing this, do they want to take our support or make distance from the party (Congress)…The thing is very clear that Arvind Kejriwal does not want to… pic.twitter.com/3KFhQGT56l
— ANI (@ANI) June 25, 2023
कांग्रेस पार्टी के नेता अजय माकन ने आप पार्टी और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को एक तीखी टिप्पणी से घेरा है। उन्होंने कहा है कि “बात साफ है कि अरविंद केजरीवाल जेल नहीं जाना चाहते हैं, इसलिए वे भाजपा के साथ हैं। और उनकी एकमात्र महत्वाकांक्षा है, विपक्ष की एकता को तोड़ना।” अजय माकन के इस बयान से स्पष्ट होता है, कांग्रेस ऐसा मानती है कि आप पार्टी और उसके नेता अरविंद केजरीवाल ने अपने व्यक्तिगत हितों को विपक्षी एकता के हितों से ऊपर रखा है। उनका मकसद विपक्ष की एकता को तोड़ना है और उसकी ताकत कमजोर करना है।
#WATCH | "I always see that Rahul Gandhi talks about love and says that BJP spreads hate. So if Rahul Gandhi is running 'Mohabbat ki Dukan' then whosoever will come to him can buy that love. When he said that his party spread love then he has to show this also. Right now he… pic.twitter.com/XTDmQtTsOP
— ANI (@ANI) June 25, 2023
लेकिन ये बयान ऐसे वक्त में सामने आया है जब पटना में हुई विपक्षी दलों की एकता बैठक पर आम आदमी पार्टी ने केंद्र सरकार के अध्यादेश के विरोध में कांग्रेस से अपना स्टैंड क्लियर करने की बात कही थी। लेकिन कांग्रेस की तरफ से कहा गया कि ऐसे मामले जो अध्यादेश से जुड़े हैं उनका हल संसद के भीतर हो सकता है। इस मीटिंग में ऐसे प्रश्नों पर बात करने की आवश्यकता नहीं है। लेकिन इस मसले पर पटना में विपक्षी दलों की बैठक में गच्चा खाने के बाद आप नेता और दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने इस बार बीजेपी के बदले कांग्रेस और राहुल गांधी को निशाने पर लिया था। उन्होंने अपने एक बयान में कहा था कि मैं हमेशा देखता हूं कि राहुल गांधी प्यार की बात करते हैं। जबकि हकीकत में वैसा दिख नहीं रहा है। अगर वास्तव में वो देश में मोहब्बत की दूकान चला रहे हैं तो हमें साफ़ तौर पर ऐसा दिखाई भी देना चाहिए ना। फिर हमें मोहब्बत की दुकान नजर क्यों नहीं आती है।