नई दिल्ली। कांग्रेस नेता उदित राज ने एक ऐसा बयान दिया है, जिसे लेकर विवाद खड़ा हो गया है। उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को लेकर एक टिप्पणी की है। उदित राज ने एक ट्वीट किया है, इसमें उन्होंने लिखा है कि किसी भी देश को द्रौपदी मुर्मू जैसा राष्ट्रपति नहीं मिलना चाहिए।
बता दें, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू हाल ही में दो दिन के गुजरात दौरे पर गई थीं। इस दौरान उन्होंने साबरमती आश्रम पहुंचकर महात्मा गांधी को पुष्पांजलि दी थी। इसके बाद उन्होंने यहां एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा था कि गुजरात में देश का 76 प्रतिशत नमक बनाया जाता है। यह कहा जा सकता है कि सभी देशवासी गुजरात का नमक खाते हैं।
द्रौपदी मुर्मू जी जैसा राष्ट्रपति किसी देश को न मिले। चमचागिरी की भी हद्द है । कहती हैं 70% लोग गुजरात का नमक खाते हैं । खुद नमक खाकर ज़िंदगी जिएँ तो पता लगेगा।
— Dr. Udit Raj (@Dr_Uditraj) October 5, 2022
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के नमक वाले बयान पर कांग्रेस नेता उदित राज के ट्वीट ने बवाल मचा दिया। बीजेपी ने उदित राज की टिप्पणी को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और उन पर और कांग्रेस पर निशाना साधा। बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि यह पहली बार नहीं है, जब उदित राज ने इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल किया हो, यह उनकी आदिवासी विरोधी मानसिकता को दर्शाता है।
Words used for President Murmu by Congress leader Udit Raj worrisome, unfortunate. This isn't the 1st time they've used such words. Congress' Adhir Ranjan Chowdhury did it too. This reflects their anti-tribal mindset: BJP spokesperson Sambit Patra on Udit Raj's tweet pic.twitter.com/pWgi2L7zDA
— ANI (@ANI) October 6, 2022
कांग्रेस नेता उदित राज ने ट्वीट कर कहा था कि द्रौपदी मुर्मू जी जैसा राष्ट्रपति किसी देश को न मिले। चमचागिरी की भी हद्द है। कहती हैं 70% लोग गुजरात का नमक खाते हैं। खुद नमक खाकर जिंदगी जिएं तो पता लगेगा। इसके बाद उदित राज ने एक और ट्वीट किया। उन्होंने कहा कि मेरा बयान द्रोपदी मुर्मू जी के लिए निजी है, कांग्रेस पार्टी का नहीं है। द्रौपदी मुर्मू को उम्मीदवार बनाया और आदिवासी के नाम से वोट मांगा। राष्ट्रपति बनने से क्या वे आदिवासी नही रहीं? देश की राष्ट्रपति हैं तो आदिवासी की प्रतिनिधि भी। रोना आता है जब एससी/एसटी के नाम से पद पर जाते हैं फिर चुप हो जाते हैं।
मेरा बयान द्रोपदी मुर्मू जी के लिऐ निजी है,कांग्रेस पार्टी का नही है।मुर्मू जी को उम्मीदवार बनाया व वोट मांगा आदीवासी के नाम से।राष्ट्रपति बनने से क्या आदिवासी नही रहीं? देश की राष्ट्रपती हैं तो आदिवासी की प्रतिनिधि भी। रोना आता है जब एससी/एसटी के नाम से पद पर जाते हैं फिर चुप।
— Dr. Udit Raj (@Dr_Uditraj) October 6, 2022