नयी दिल्ली। केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय ने बिजली (उपभोक्ताओं के अधिकार) नियम, 2020 में संशोधन किया है। इसमें दिन का समय टैरिफ और स्मार्ट मीटरिंग नियमों का सरलीकरण शामिल किया गया है। ToD (Time of Day – ToD) उपभोक्ताओं को बिजली बिल कम करने की सुविधा प्रदान करेगा और विद्युत प्रणाली को संशोधित करने में सहायता करेगा। इस खबर के सामने आने के बाद से ही सोशल मीडिया पर लोग तरह तरह से प्रतिक्रिया दे रहे हैं। कुछ लोग इसको लेकर सरकार की आलोचना कर रहे हैं कुछ नियमों में संशोधन को लेकर सरकार को सलाह देते नजर आ रहे हैं। देखिए कैसे अलग अलग यूजर्स ने ट्विटर पर इस बदलाव को लेकर प्रतिक्रियाएं दी।
एक यूजर ने ट्विटर पर लिखा, “कृपया 1 राष्ट्र, 1 बिजली टैरिफ लागू करें और पेट्रोल और डीजल को जीएसटी के तहत लाएं ताकि 1 राष्ट्र, 1 पेट्रोल प्रक्रिया हो सके, यह कांग्रेस-केजरीवाल की रेवड़ी स्कीम को खत्म करने का एकमात्र तरीका है। दिन के समय बहुत से लोग बाहर काम करने के लिए होते हैं, इसलिए बिजली महंगी होनी चाहिए। रात को जब सभी सोते हैं, एसी और कूलर चलते हैं और बिजली की खपत ज्यादा होती है, तब बिजली सस्ती होनी चाहिए।
Please implement 1 Nation, 1 Electricity tariff and bring Petrol & Diesel under GST to have 1 Nation 1 petrol process, that's the only way to finish Congress-Kejriwal rewdi scheme.
— The vaccinated being (@slient_killr) June 24, 2023
दूसरे यूजर ने हंसते हुए लिखा, “खैर, मोदी जी ने किया है तो कुछ सोच समझ कर ही किया होगा।”
👉दिन में आधी जनता आफिस और काम से बाहर होती है – तब बिजली सस्ती
👉रात में जब सब सोते हैं, AC कूलर चलते हैं और बिजली की खपत ज्यादा होती है – तब बिजली महंगी।
😂😂
खैर, मोदी जी ने किया है तो कुछ सोच समझ कर ही किया होगा। 🤷
— 🏹Unbreakable !!🏹 (@aeJFwk9IvUA23bE) June 24, 2023
जन विरोधी , दिन को कौन ज्यादा बिजली उपयोग करता हैं सब तो काम पर होते हैं , जितना युनिट होगा उतना ही बिल आना चाहिए कोई फायदा नहीं इस हाथ दिया उस हाथ लिया, जैसे पहले से चल रहा हैं वही ठीक हैं..
जन विरोधी , दिन को कौन ज्यादा बिजली उपयोग करता हैं सब तो काम पर होते हैं , जितना युनिट होगा उतना ही बिल आना चाहिए कोई फायदा नहीं इस हाथ दिया उस हाथ लिया
जैसे पहले से चल रहा हैं वही ठीक हैं— Rajesh Kumar Das (@rajeshkumar2das) June 24, 2023
दिन में ज्यादातर बिजली कहा इस्तमाल होती है ? ऑफिस और काम की जगह पर ज्यादातर आम जनता सबसे ज्यादा बिजली इस्तमाल करते है वह रात का समय होता है। और वैसे भी बिजली के दाम बहुत ज्यादा है, दोनो समय पर दाम कम करना चाहिए और स्लैब के हिसाब से यूनिट चार्ज बढ़ाना चाहिए।
दिन में ज्यादातर बिजली कहा इस्तमाल होती है ? ऑफिस और काम की जगह पर ज्यादातर आम जनता सबसे ज्यादा बिजली इस्तमाल करते है वह रात का समय होता है। और वैसे भी बिजली के दाम बहुत ज्यादा है, दोनो समय पर दाम कम करना चाहिए और स्लैब के हिसाब से यूनिट चार्ज बढ़ाना चाहिए।
— Dr. Suresh Chavda (@Sureshc59249722) June 24, 2023
और रात में सामान्य से 20% अधिक चार्ज वसूला जाएगा, मतलब जितनी ख़पत करेंगे उससे 20% अधिक बिल आयेगा..
और रात में सामान्य से 20% अधिक चार्ज वसूला जाएगा, मतलब जितनी ख़पत करेंगे उससे 20% अधिक बिल आयेगा..
— Anand upadhyay (@AnandUpadhyay92) June 24, 2023
क्यों न अब सौर ऊर्जा के लिए जाएं। टेस्ला सोलर इंडिया में आए और गेम को एकदम बदल दें।
Go for Solar Energy. Let Tesla Solar come to India and change the game
— dilboy 🇮🇳 (@dilboy) June 24, 2023
एक यूजर ने लिखा, “20% की बचत नहीं होगी, बल्कि 50% तक बिजली बिल बढ़ जाएगा। नए नियमों के तहत, दिन के समय बिजली बिल कम होगा, लेकिन रात के समय उच्चतम उपयोग के समय बिल ज्यादा होगा।
20% की बचत नहीं होगी, बल्कि 50% बिजली बिल तक ज़्यादा आएगा। नये नियम में दिन का बिजली बिल कम और रात का ज़्यादा आएगा।
ज़्यादातर घरों में दिन में लोग नौकरी या काम पर बाहर रहते हैं, रात को सभी घर में रहते हैं, और रात को खपत ज़्यादा होती है।
— Neeraj Kumar (@justtneeraj) June 24, 2023
एक अन्य यूजर ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए लिखा, “ज्यादातर घरों में लोग दिन के समय नौकरी या काम करने के लिए बाहर रहते हैं, रात को सभी घर में रहते हैं, और रात को खपत ज्यादा होती है। सरकार चाहे तो बिजली कंपनियों पर नियंत्रण बनाकर लोगों को राहत दे सकती है, लेकिन जनता का सुकून सरकार देख नहीं सकती।
सरकार चाहे तो बिजली कंपनियों पर लगाम लगाकर जनता को वैसे भी बिल में राहत दे सकते हैं. ,
लेकिन जनता का सुकून सरकार देख नहीं सकती
— Vinod Rathore (@vkrathoreyil) June 24, 2023