चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी वीडियो कांड विवाद अभी थमा भी नहीं कि जालंधर की लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (LPU) में हंगामा हो गया। यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में एक छात्र ने सुसाइड कर लिया। केरल के रहने वाले इजिन एस. दिलीप कुमार के कमरे से सुसाइड नोट भी मिला। उसने 2 हफ्ते पहले ही LPU में एडमिशन लिया और इससे पहले वह NIT कालीकट में पढ़ रहा था।
इजिन एस. दिलीप कुमार ने अपनी मौत के लिए NIT कालीकट के प्रोफेसर प्रशाद कृष्णा को जिम्मेदार ठहराया। उसने सुसाइड नोट में लिखा कि मेरी मौत के लिए सीधे तौर पर NIT कालीकट के प्रोफेसर प्रशाद कृष्णा जिम्मेदार है। उन्होंने मुझे प्रताड़ित किया और भावनात्मक रूप से जोड़-तोड़ कर कॉलेज छोड़ने के लिए मजबूर किया। मुझे अपने फैसले पर बहुत पछतावा है। मुझे क्षमा करें, शायद मैं सबके लिए बोझ बन रहा हूं।
इजिन एस. दिलीप कुमार NIT कालीकट में बैचलर ऑफ डिजाइनिंग का सेकेंड ईयर का छात्र था। वहां कोई विवाद हो जाने पर प्रोफेसर प्रशाद कृष्णा ने उसे NIT छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया। दो हफ्ते पहले ही उसने LPU में फर्स्ट इयर में एडमिशन लिया था। 2 साल बर्बाद हो जाने की वजह से इजिन तनाव में था।
साथी के सुसाइड के बाद छात्रों का हंगामा
हॉस्टल में स्टूडेंट के खुदकुशी करने के बाद LPU के गुस्साए छात्रों ने हॉस्टल्स से निकलकर हंगामा शुरू कर दिया। देर रात डेढ़ बजे के आसपास हॉस्टल्स में रहने वाले ज्यादातर छात्र कैंपस में जमा हो गए और ‘वी वॉन्ट जस्टिस’ के नारे लगाने शुरू कर दिए। कुछ छात्रों ने LPU के मैनगेट से बाहर निकलकर जालंधर-नई दिल्ली नेशनल हाईवे पर भी आने की कोशिश की। हालांकि गेट पर तैनात सिक्योरिटी गार्ड्स और पुलिस ने उन्हें बाहर नहीं निकलने दिया।
पुलिस ने चलाई लाठियां
छात्र LPU प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। उनका आरोप था कि जिस स्टूडेंट की मौत हुई है, वह बच सकता था लेकिन यूनिवर्सिटी में एम्बुलेंस देर से पहुंची। छात्र मांग कर रहे थे कि मृतक के कमरे से जो सुसाइड नोट मिला है, उसे सार्वजनिक किया जाए। पुलिस और यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट ने काफी देर तक छात्रों को मनाने की कोशिश की। जब छात्र नहीं माने और ज्यादा हंगामा करने लगे तो पुलिस ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए हल्का बल प्रयोग किया। इसमें कुछ छात्रों को चोटें आई।
पोस्टमॉर्टम के लिए शव नहीं ले जाने दिया
घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने इजिन एस. दिलीप कुमार की बॉडी एम्बुलेंस में डालकर पोस्टमार्टम के लिए फगवाड़ा सिविल अस्पताल के लिए रवाना की मगर प्रदर्शनकारी छात्रों ने एम्बुलेंस का रास्ता रोक लिया। वह शव को यूनिवर्सिटी के बाहर नहीं ले जाने दे रहे थे। काफी मशक्कत के बाद एम्बुलेंस को दूसरे रास्ते से निकालकर बॉडी फगवाड़ा सिविल अस्पताल की मॉर्चरी में रखवाई गई।
आत्महत्या के लिए जिम्मेदार लोगों की गिरफ्तारी पर अड़े
पुलिस अधिकारियों ने प्रदर्शन कर रहे छात्रों से कहा कि वह अपनी स्टेटमेंट्स दर्ज करवा दें। जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी मगर छात्र नहीं माने। वह इस बात पर अड़ गए कि छात्र ने सुसाइड नोट में अपनी आत्महत्या के लिए जिन्हें जिम्मेदार ठहराया है, उन्हें गिरफ्तार किया जाए। उसके बाद ही वह बॉडी ले जाने देंगे।
पुलिस ने LPU में हॉस्टल के उस कमरे को सील कर दिया जिसमें इजिन एस. दिलीप कुमार रहता था। पुलिस ने डेडबॉडी सिविल अस्पताल भिजवाने के बाद कमरे में ताला लगाने के बाद उस पर सील लगा दी। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि इजिन के सुसाइड के बारे में केरल में उसके परिवार को सूचना दे दी गई है।
पुलिस अधिकारियों ने कहा कि केरल से छात्र के परिवार के आज रात तक जालंधर पहुंच जाने की उम्मीद है। उनके आने के बाद ही डेडबॉडी का पोस्टमार्टम करवाया जाएगा। कपूरथला पुलिस के अनुसार, स्टूडेंट ने मंगलवार शाम साढ़े 5 बजे सुसाइड किया। इसकी सूचना मिलने के बाद पुलिस ने हॉस्टल का कमरा सील कर दिया। कमरे से सुसाइड नोट मिला है।
फगवाड़ा के एसडीएम ने पूरी घटना पर दुख जताते हुए LPU के छात्रों से अपील की कि किसी तरह की अफवाह न फैलाई जाए। उन्होंने शांति बनाए रखने की अपील की।
LPU ने कहा- निजी वजह से सुसाइड
लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (LPU) के हॉस्टल में फर्स्ट ईयर के स्टूडेंट इजिन एस. दिलीप कुमार के सुसाइड के बाद LPU मैनेजमेंट ने बयान जारी किया और छात्र की मौत पर दुख जताया। LPU मैनेजमेंट ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर जारी बयान में कहा कि सुसाइड नोट में छात्र ने निजी वजह से आत्महत्या की बात लिखी है। LPU मैनेजमेंट पुलिस-प्रशासन से पूरा सहयोग कर रहा है।